​Jaunpur : छात्रों को शिक्षा चुनौतियों के लिये तैयार करें शिक्षक: जयन्ती प्रसाद

5 दर्जन मेधावी छात्र-छात्राओं को किया गया सम्मानित
डा. भीम राव अम्बेडकर महाविद्यालय में आयोजित हुआ कार्यक्रम
विरेन्द्र यादव
सरायख्वाजा, जौनपुर।
बाबा साहब डा भीम राव अंबेडकर महाविद्यालय सिद्दीकपुर परिसर में करंजाकला के 5 दर्जन मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। उन्हें प्रतियोगी शिक्षा चुनौतियों के लिए तैयार करने के लिए अभिभावकों और शिक्षकों को जोर दिया गया। बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर शिक्षा उन्नयन समिति की ओर से आयोजित मेधावी छात्र-छात्राओं के सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि इं. जयन्ती प्रसाद ने कहा कि शिक्षा जीवन का मूल अधिकार एवं हथियार है। बच्चों को जरूर पढ़ाये तभी वह लक्ष्य को पा सकेंगे। विशिष्ट अतिथि प्रेमचंद ने कहा कि अब एडवांस एजुकेशन का जमाना है। आधुनिक तकनीकी पर बहुत कुछ निर्भर हो चुका है। कंप्यूटर शिक्षा सबके लिए बेहद जरूरी है। अभिभावकों शिक्षकों को चाहिए कि छात्रों को प्रतियोगी परीक्षा के लिए विभिन्न चुनौतियों के अनुरूप तैयार करें जिससे छात्रों का कैरियर सँवर सके। गांव में लोगों को झगड़े में नहीं पड़ना चाहिए। इस दौरान करंजाकला के विभिन्न ग्राम पंचायतों से उन्होंने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट 5 दर्जन छात्र-छात्राओं को सम्मान पत्र शील्ड देकर सम्मानित किया और उन्हें आनलाइन-आफलाइन आधुनिक तकनीकी शिक्षा पर जोर दिया। अतिथियों को लोगों ने बुकें एवं स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया।
अध्यक्षता कर रहे पूर्व प्रधानाध्यापक एव समिति के अध्यक्ष मोखन राम ने कहा कि शिक्षकों और छात्रों को चाहिए कि निष्ठा के साथ पठन-पाठन का कार्य करें। नशा अंधविश्वास पाखंडवाद से दूर रहें। पूर्वांचल विश्वविद्यालय के पूर्व महामंत्री एवं प्रबंधक डॉ स्वतंत्र कुमार  ने कहा कि गिरते हुए शिक्षा स्तर को ऊपर उठने की जरूरत है। इसके लिए माता-पिता को प्रथम गुरु बनना पड़ेगा। इस अवसर पर मौलवी राम, विजय प्रताप, सिया लाल, राजेश गौतम, रामराज गौतम, साहब लाल गौतम, गुड्डू गौतम, बाबूराम गौतम, प्रेमचंद, सुनील कुमार, दिलीप कुमार, जोगी राम मौर्य, किशोर कुमार आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन राजेश एवं अजय कुमार ने संयुक्त रूप से किया।

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