राकेश शर्मा @ खेतासराय, जौनपुर। संविधान दिवस पर आज़ाद शिक्षा केंद्र द्वारा स्थानीय भीमराव अंबेडकर प्रतिमा परिसर में प्रातः 10 बजे से विशेष कार्यक्रम हुआ जिसकी अध्यक्षता संस्था प्रमुख निसार अहमद खान ने किया। कार्यक्रम के तहत युवाओं व कार्यकर्ताओं द्वारा संविधान से संबंधित पोस्टर प्रदर्शनी लगाई गई जिसे हजारों की संख्या में गुजरने वाले लोगों ने देखा और सराहा। इस दौरान संविधान निर्माण में योगदान देने वाली 15 महिला सदसदियों की जीवनी भी पढ़कर सुनाई गई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए निसार अहमद खान ने कहा कि 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान को अंगीकृत और आत्मार्पित किया गया था। उन्होंने संविधान की प्रस्तावना को "राष्ट्र की आत्मा" बताते हुए कहा कि यह केवल शब्दों का दस्तावेज नहीं, बल्कि भारतीय लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों—न्याय, समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व—का उद्घोष है।
इसके बाद मनोज कुमार ने युवाओं को मौलिक अधिकारों, मूलभूत कर्तव्यों तथा संविधान के मूल्य पर विस्तार से जानकारी दिया। परिचर्चा के उपरांत युवाओं के लिए खेलकूद कार्यक्रम भी हुआ। दोपहर 2 बजे से 3 बजे तक अंबेडकर प्रतिमा से रायपुर, खेतासराय मार्केट, आदर्श कन्या इंटर कॉलेज, पुरानी गली, गोला बाजार तथा खेतासराय चौराहा होते हुए संविधान जागरूकता रैली निकाली गई। "संविधान दिवस जिंदाबाद", "26 नवंबर जिंदाबाद", "अंबेडकर जी अमर रहें" जैसे नारों से पूरा कस्बा गुंजायमान हो उठा। रैली के दौरान संविधान की उद्देशिका पर आधारित पर्चे भी क्षेत्र में वितरित किये गये।
रैली के अंबेडकर प्रतिमा पर पहुँचने पर ज्योतिका श्रीवास्तव, नीतू और दीपा विश्वकर्मा ने माल्यार्पण किया तो सुफियान अहमद, मनोज कुमार, वीरसेन प्रताप सहित युवाओं ने पुष्पांजलि अर्पित किया। कार्यक्रम की फोटोग्राफी सुफियान अहमद ने किया। इस अवसर पर गौरव शर्मा, दीपक, सौरभ कुमार, निखिल, आकृति प्रजापति, गीतांजलि, अंजलि, प्रिंस, साक्षी आदि युवाओं ने सक्रिय प्रतिभाग किया। अंत में ज्योतिका श्रीवास्तव ने सभी प्रतिभागियों व अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम का समापन किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए निसार अहमद खान ने कहा कि 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान को अंगीकृत और आत्मार्पित किया गया था। उन्होंने संविधान की प्रस्तावना को "राष्ट्र की आत्मा" बताते हुए कहा कि यह केवल शब्दों का दस्तावेज नहीं, बल्कि भारतीय लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों—न्याय, समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व—का उद्घोष है।
इसके बाद मनोज कुमार ने युवाओं को मौलिक अधिकारों, मूलभूत कर्तव्यों तथा संविधान के मूल्य पर विस्तार से जानकारी दिया। परिचर्चा के उपरांत युवाओं के लिए खेलकूद कार्यक्रम भी हुआ। दोपहर 2 बजे से 3 बजे तक अंबेडकर प्रतिमा से रायपुर, खेतासराय मार्केट, आदर्श कन्या इंटर कॉलेज, पुरानी गली, गोला बाजार तथा खेतासराय चौराहा होते हुए संविधान जागरूकता रैली निकाली गई। "संविधान दिवस जिंदाबाद", "26 नवंबर जिंदाबाद", "अंबेडकर जी अमर रहें" जैसे नारों से पूरा कस्बा गुंजायमान हो उठा। रैली के दौरान संविधान की उद्देशिका पर आधारित पर्चे भी क्षेत्र में वितरित किये गये।
रैली के अंबेडकर प्रतिमा पर पहुँचने पर ज्योतिका श्रीवास्तव, नीतू और दीपा विश्वकर्मा ने माल्यार्पण किया तो सुफियान अहमद, मनोज कुमार, वीरसेन प्रताप सहित युवाओं ने पुष्पांजलि अर्पित किया। कार्यक्रम की फोटोग्राफी सुफियान अहमद ने किया। इस अवसर पर गौरव शर्मा, दीपक, सौरभ कुमार, निखिल, आकृति प्रजापति, गीतांजलि, अंजलि, प्रिंस, साक्षी आदि युवाओं ने सक्रिय प्रतिभाग किया। अंत में ज्योतिका श्रीवास्तव ने सभी प्रतिभागियों व अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम का समापन किया।
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