विनोद कुमार @ केराकत, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के छितौना गांव में संविधान दिवस पर सौहार्द बंधुत्व मंच द्वारा संवादशाला का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण समुदाय को भारतीय संविधान के मूल सिद्धांतों से परिचित कराना और इन्हें दैनिक जीवन में अपनाने के लिए प्रेरित करना रहा। संवादशाला का शुभारंभ संविधान के प्रस्तावना शपथ के साथ किया गया।
इस मौके पर सौहार्द फेलो नीरा आर्या ने कहा कि संविधान का पालन करना केवल सरकार का ही नहीं, बल्कि समाज के प्रत्येक नागरिक का दायित्व है। संविधान के हर अनुच्छेद में समानता का अधिकार है, इसलिए निर्भीक होकर धर्म वर्ग जाति समुदाय को संविधान के मूल्यों का पालन करना चाहिए। बंधुता मंच के साथी अर्जुन गौतम ने बताया कि संविधान निर्माता डॉ बीआर अंबेडकर विद्यालय के बाहर बैठकर अपनी पढ़ाई को जारी रखते हुए भेदभाव को समाप्त कर एक सूत्र में बांधने का प्रयास किया।
वहीं साधना ने बताया कि टीपू सुल्तान ने दलित पिछड़ों ओबीसी महिलाओं को कपड़े पहनने का अधिकार दिलाने का कार्य किया। साथ ही संवादशाला की आयोजक पूनम ने बताया कि संविधान हमारे जीवन का मार्गदर्शन है जिन्हें समाज के हर व्यक्ति को आत्मसात करना चाहिए। इस अवसर पर साधना यादव, गौतम, रेखा, मंजू, लकी, रागिनी समेत भारी संख्या में महिलाएं उपस्थित होकर सक्रिय रूप से संवाद में हिस्सा लीं।
इस मौके पर सौहार्द फेलो नीरा आर्या ने कहा कि संविधान का पालन करना केवल सरकार का ही नहीं, बल्कि समाज के प्रत्येक नागरिक का दायित्व है। संविधान के हर अनुच्छेद में समानता का अधिकार है, इसलिए निर्भीक होकर धर्म वर्ग जाति समुदाय को संविधान के मूल्यों का पालन करना चाहिए। बंधुता मंच के साथी अर्जुन गौतम ने बताया कि संविधान निर्माता डॉ बीआर अंबेडकर विद्यालय के बाहर बैठकर अपनी पढ़ाई को जारी रखते हुए भेदभाव को समाप्त कर एक सूत्र में बांधने का प्रयास किया।
वहीं साधना ने बताया कि टीपू सुल्तान ने दलित पिछड़ों ओबीसी महिलाओं को कपड़े पहनने का अधिकार दिलाने का कार्य किया। साथ ही संवादशाला की आयोजक पूनम ने बताया कि संविधान हमारे जीवन का मार्गदर्शन है जिन्हें समाज के हर व्यक्ति को आत्मसात करना चाहिए। इस अवसर पर साधना यादव, गौतम, रेखा, मंजू, लकी, रागिनी समेत भारी संख्या में महिलाएं उपस्थित होकर सक्रिय रूप से संवाद में हिस्सा लीं।
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