नया सबेरा नेटवर्क
मीरा-भायंदर: मीरारोड पूर्व के मनपा प्रभाग क्रमांक 5 की सभापति हेतल परमार ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि आज मेरी जिंदगी का यह एक सबसे भावुक क्षण रहा, जब मीरारोड के शांति शॉपिंग सेंटर के पास फुटपाथ पर एक बुजुर्ग 3 दिन से एक जगह से हिल नही पा रहे थे। लोग उन्हें ओर लावारिस समझ कर इधर-उधर हटाने के लिए बोल रहे थे, पर वह उस जगह से हिल नहीं पा रहे थे। मुझे सेक्टर 1 के नागरिक ओर भाजपा के युवा जिला सचिव चिराग शाह ने यह बात बताई, तो मैं तुरंत वहां उनके साथ पहुंची, और उस व्यक्ति से बातचीत की। उन्होंने बताया कि वो एक पढ़े लिखे व्यक्ति हैं। उनका नाम था दिलीप घोष। उनका एक्सीडेंट वसई-विरार रोड पर 6 मार्च को हुआ। जिसने ये एक्सीडेंट किया, वो भाग गया। पुलिस द्वारा उन्हें वहां के हॉस्पिटल में एक्सरे और दवाई दिलाई गई। जिसके बाद कोई उन्हें गुमराह करके मीरारोड स्टेशन के पास उस जगह छोड़ कर चला गया। 3 दिन से वह किसी भी व्यक्ति का दिया हुआ भोजन या पैसे नहीं ले रहे थे। उनकी मदद कोई नही करेगा, और वो कुछ ही दिन में मर जायेंगे। यह सोच कर उन्होंने एक चिट्ठी भी अपने जेब में लिखकर रख दी थी। हेतल परमार ने बताया कि यह सब सुनने के बाद मैंने एमबीएमसी की मदद से एंबुलेंस मंगाई। नयानगर पुलिस की भी मदद ली, और उन्हें स्व इंदिरा गांधी हॉस्पिटल से केस पेपर करवा कर शताब्दी हॉस्पिटल में एंबुलेंस द्वारा भेजा, और अब वहां उनका इलाज चल रहा है।
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