नया सबेरा नेटवर्क
मुंबई: बृहन्मुंबई महानगर पालिका के सभी अधिकारी इस उद्देश्य को लेकर चलते हैं कि मुंबई का कोई भी विद्यार्थी शिक्षा से वंचित न रहे ।इसी उद्देश्य की वजह से पुराने अनुदानित मनपा माध्यमिक के 49स्कूल होने के बावजूद भी मनपा ने 224नवीन माध्यमिक स्कूलों की स्थापना की है।आज मुंबई भर में मनपा के स्थापित माध्यमिक स्कूलों में बेहतरीन पढ़ाई हो रही है।फलस्वरूप आश्चर्यजनक ढंग से इस वर्ष मनपा माध्यमिक स्कूलों में बढ़ी विद्यार्थी संख्या ने यह सिद्ध कर दिया है कि मनपा के शिक्षक सर्वश्रेष्ठ हैं।गौरतलब हो कि मुंबई में आर्थिक रूप से कमजोर समझदार माता-पिता अपने बच्चों की शिक्षा के लिए बृहन्मुंबई महानगरपालिका द्वारा संचालित मनपा के विद्यालयों में प्रवेश लेकर लाभांवित हो रहे हैं । इसका मूल कारण मनपा में कार्यरत अधिकतर उच्च शिक्षित एवं प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण अध्यापक वर्ग है। सभी को शिक्षा प्राप्त हो सके, इसीलिए बृहन्मुंबई महानगरपालिका के शिक्षण विभाग ने मराठी, हिंदी, गुजराती, उर्दू, अंग्रेजी,तमिल,तेलगु और कन्नड़ के कुल मिलाकर आठ माध्यम के विद्यालयों की स्थापना की है| मनपा के शिक्षक एवं अधिकारियों की सक्रियता का प्रत्यक्ष प्रमाण करोना संसर्ग शुरू होने पर भी मनपा माध्यमिक विद्यालयों में इस वर्ष भी कुल मिलाकर 13 हजार 139 विद्यार्थी बढ़े हैं और विद्यार्थियों की संख्या 28हजार 247 से बढ़कर 41हजार 386 हो गई है। वास्तव में बृहन्मुंबई महानगरपालिका के कई माध्यमिक विद्यालयों के दसवीं (एस.एस.सी.) का परीक्षाफल शत-प्रतिशत है।कहीं न कहीं मनपा विद्यालयों के विद्यार्थियों की सफलता में शिक्षण समिति अध्यक्षा संध्या विपुल दोषी, उपायुक्त(शिक्षण) आशुतोष सलिल, शिक्षणाधिकारी महेश पालकर, उपशिक्षणाधिकारी ममता राव, अधीक्षक भास्कर बलसराफ, विभाग निरीक्षक पंकज बी. पिंपळे, ख्रिस्तीना डायस, विश्वास रोकडे, नसरीन आरजू, सुचिता खाडे, विजय जाधव और मनपा माध्यमिक विद्यालयों के मुख्याध्यापको और कर्मठ शिक्षको की कड़ी मेहनत है।
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