- भारत की प्राचीनतम सांस्कृतिक विरासत है योग : बीएसए
नया सबेरा नेटवर्क
जौनपुर। बच्चों को बचपन से ही योग की संस्कारशाला में संस्कारित करके एक शिक्षक उनके भीतर सन्निहित सभी शक्तियों को पूर्णतः विकसित कर सकता है इसलिए प्रत्येक शिक्षक को अपने-अपने विद्यालयों में उचित वातावरण में बच्चों को उनके अवस्था के अनुसार योगाभ्यास को नियमित कराना चाहिए। यह बातें परिषदिय विद्यालयों के शिक्षकों के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित जिला स्तरीय योगासन प्रतियोगिता में डायट प्राचार्य नन्दलाल यादव नें कही।
वहीं बीएसए द्वारा बताया गया कि योग हमारी प्राचीनतम सांस्कृतिक विरासत है जिसको पीढ़ी दर पीढ़ी हस्तान्तरित करनें में शिक्षकों की अति महत्वपूर्ण भूमिका होती है इसलिए प्रत्येक शिक्षक को इस दिशा में निरन्तर संदेश देते रहना चाहिए।
जिला स्तरीय योगासन प्रतियोगिता में पतंजलि योग समिति सदर के प्रभारी के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे मड़ियाहूँ ब्लाक के शिक्षक नन्दलाल यादव व महिला संवर्ग में जलालपुर विकास खंड से आभा तिवारी नें प्रथम स्थान पाकर एससीआरटी लखनऊ द्वारा आयोजित होने वाले राज्यस्तरीय योगासन प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए अर्हता हासिल कर ली हैं। इस मौके पर वरिष्ठ प्रवक्ता डॉ. आरएन यादव, रविचन्द्र यादव, अचल हरीमूर्ति, शैलेश चतुर्वेदी व विक्रम यादव सहित अन्य शिक्षक उपस्थित रहे।
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