जौनपुर। प्रतिदिन नेताओं, समाजसेवी संगठनों और न जाने कितने ऐसे लोगों से पत्रकार मिलता है और उनकी फोटो, खबर को प्रकाशित कर उनकी एक पहचान बनाने में मदद करता है। इसके साथ ही कुछ लोगों की समस्याएं प्रकाशित कर उनकी समस्या का निवारण करने में भी अहम भूमिका निभाता है, लेकिन जब खुद पत्रकार को समाज की जरूरत पड़ती है तो समाज जल्दी आगे नहीं आता और न ही वे लोग दिखाई देते हैं, जिनकी फोटो छाप-छापकर पत्रकार उन्हें हीरो बनाता है। कुछ ऐसा ही हो रहा एक फोटो जर्नलिस्ट के साथ। आज वह गंभीर बीमारी से ग्रसित है तो कोई उसे पूछ नहीं रहा है। कुछ पत्रकार साथियों ने मदद की, लेकिन एक पत्रकार दूसरे पत्रकार की आर्थिक सहायता उतनी नहीं कर सकता, क्योंकि जिले की पत्रकारिता में केवल सम्मान के अलावा उतना ही मिलता है जितना कि खुद की रोजी रोटी चल जाए, इसीलिए अपने एक साथी की आवाज बनकर हम एक बार फिर आपके दरवाजे पर झोली फैलाया खड़े हैं।
हम बात कर रहे हैं फोटो जर्नलिस्ट अनूप गौड़ की। इन दिनों अनूप गौड़ किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं, जिससे उनका परिवार आर्थिक तंगी का शिकार हो गया है। हालत यह है कि घर में जितना रुपया, पैसा था सब खर्च हो चुका है और अब दो जून की रोटी का मोहताज होना पड़ रहा है। दो छोटे-छोटे बच्चें हैं, जिन्हें देखकर बरबस ही आंखें भर आ रही हैं। पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। वह तो यह सोच सोचकर पागल हुए जा रही है कि आखिर अब आगे क्या होगा? कौन उसकी सहायता करेगा? कई महीने से पति को लेकर अस्पतालों का चक्कर काटते काटते वह भी हैरान परेशान हो गई है। अब घर पर फूटी कौड़ी नहीं बची है कि आगे का इलाज कराए। फिर भी जैसे-तैसे जीवन की गाड़ी चल रही है। शहरी क्षेत्र के कलेक्ट्री चौराहा जज कॉलोनी के सामने वाली गली में अनूप गौड़ का परिवार रहता है। अनूप गौड़ की एक बेटी है जिसकी उम्र लगभग 4 साल और बेटे की उम्र 5 वर्ष है। पत्नी ने पति की जिंदगी की खातिर जनपदवासियों से मदद की गुहार लगा रही है। इसके साथ ही हम पत्रकार साथी भी जनपदवासियों से गुहार लगा रहे हैं कि अनूप की जान बचाने में परिवार की मदद करें। इस संबंध में अगर आप सहायता करना चाहते हैं तो फोटो जर्नलिस्ट रवि राजन श्रीवास्तव 94152 34188 और वरिष्ठ पत्रकार अजीत सिंह मो. +91 94152 87537 से सम्पर्क कर सकते हैं।
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