#JaunpurLive : अन्तर्राष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित



18 साल के नीचे कार्य करने वालों की सूचना तत्काल श्रम विभाग, चाइल्ड लाइन या सीडब्ल्यूसी को दें: देवव्रत यादव
जौनपुर। सरजू प्रसाद शैक्षिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था द्वारा जागरूकता शिविर का आयोजन हुआ जिसकी अध्यक्षता करते हुए जिला प्रोबेशन अधिकारी विजय पांडेय ने कहा कि अक्सर हम सड़क के किनारे रोडवेज पर स्टेशन पर गाड़ी रुकते ही बच्चे अक्सर गाड़ी पोछने या सामान बेचते हुए या भीख मांगते हुए दिख जाते हैं। ऐसे बाल श्रमिकों का  चिन्हीकरण किया जाना अति आवश्यक है। हमें उनके अभिभावकों को गाइड करना होगा और पुनर्वासन के लिए स्पॉन्सरशिप योजना, आवास योजना सहित अन्य योजनाओं में भी जोड़ना चाहिए। अब हमें परिणाम चाहिए। इसकी सूचना केंद्र और राज्य सरकारों को बराबर की जाती है। मुख्य अतिथि सहायक श्रम आयुक्त देवव्रत यादव ने कहा कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के दिशा निर्देश के क्रम में 1 से 30 जून तक रेस्क्यू बाल श्रम मुक्त अभियान अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत 12 से 14 वर्ष के किशोर को चिन्हीकरण करना है और नियोक्ता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी है। कोई भी बाल श्रमिक 18 साल के नीचे कार्य करते हुए दिखाई दे तो उसकी सूचना श्रम विभाग, चाइल्ड लाइन या सीडब्ल्यूसी को तुरंत दें तथा ऐसे बच्चों को रेस्क्यू कर पुनर्वासन एवं स्पॉन्सरशिप योजना से जोड़ना भी हमारा मुख्य उद्देश्य है। समाज अगर जागरूक होगा तो बाल श्रम पूरी तरह मुक्त किया जा सकता है। आज समाज इसके लिए पूरी तरह तैयार हो गया है। बाल श्रम कानूनी रूप से संज्ञेय अपराध है। इसी क्रम में श्रम परिवर्तन अधिकारी मान सिंह ने कहा कि बाल श्रम को नैतिक रूप से भी पूर्णता गलत माना जाना चाहिए। 14 साल से नीचे के बाल श्रमिक बालक या बालिका को किसी भी प्रकार के कार्य में नियोजित करेगा तो वह दंड का भाग होगा और 2 साल तक कारावास और 50000 का जुर्माना देना होगा। संचालन करते हुए डा. दिलीप सिंह एडवोकेट ने कहा कि बाल श्रम बच्चों की प्रति कहीं न कहीं  असंवेदनशीलता का परिणाम है। आज अगर हमारा समाज संवेदनशील होता तो निश्चित हम बाल श्रम मुक्त समाज की तरफ अग्रसर होते किसी भी सय समाज के लिए बाल श्रम एक कलंक की तरह ही है जिससे हमें निजात पाना ही होगा। इस अवसर पर बाल कल्याण समिति के सी.बी. सिंह, बाल संरक्षण अधिकारी, सह विधि परिवीक्षा अधिकारी मुरलीधर गिरी, प्रधानाध्यापक प्रमोद प्रजापति, प्रधानाध्यापक सुभाष सरोज, सर्वेश चतुर्वेदी, डॉ राजेश मौर्य, आलोक मिश्रा, प्रदीप विश्वकर्मा, नंदन शर्मा, अवनीशमणि त्रिपाठी, शिवम सिंह सहित चाइल्ड लाइन एवं एसजेपीयू के लोग मौजूद रहे। अन्त में चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के पूर्व अध्यक्ष संजय उपाध्याय ने कहा कि हमें इस तरह बाल श्रम मुक्त अभियान सतत चलाने की जरूरत है।


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