नया सवेरा नेटवर्क
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर (एलसीएच) में उड़ान भरी, जिसके बाद कई तरह की मिसाइल दागने और हथियारों का इस्तेमाल करने में सक्षम इस हेलीकॉप्टर के बेड़े को भारतीय वायु सेना में शामिल किया गया। उड़ान के बाद सिंह ने जोधपुर वायु सेना अड्डे पर कहा कि एलसीएच प्रचंड भारत के विरोधियों को संदेश देने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि सभी इलाके में घातक प्रदर्शन करने में माहिर इस हेलीकॉप्टर में निर्यात क्षमता भी है।
उन्होंने कहा, “एलसीएच दुश्मन को चकमा देने, कई तरह के गोला-बारूद ले जाने और उसे तुरंत जरूरत की जगह पर पहुंचाने में सक्षम है। एलसीएच विभिन्न इलाकों में हमारे सशस्त्र बलों की जरूरतों को हर तरह से पूरा करता है।” उन्होंने कहा, “ऐसी स्थिति में, एलसीएच हमारी सेना और वायुसेना दोनों के लिये आदर्श है।” भारतीय वायुसेना ने स्वदेश में निर्मित चार हल्के युद्धक हेलीकॉप्टर को अपने बेड़े में शामिल किया।
एलसीएच को सार्वजनिक उपक्रम ‘हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड’ (एचएएल) ने विकसित किया है और इसे ऊंचाई वाले इलाकों में तैनात करने के लिए विशेष तौर पर डिजाइन किया गया है।1999 के करगिल युद्ध के बाद ऐसे हेलीकॉप्टर की आवश्यकता महसूस की गई थी। वायुसेना की नई बनाई गई नंबर. 143 हेलीकॉप्टर इकाई इन नए हेलीकॉप्टरों का संचालन कर रही है। रक्षा मंत्री ने कहा, “मुझे बताया गया कि एलसीएच को आधुनिक युद्धक्षेत्र की जरूरतों के अनुरूप डिजाइन और विकसित किया गया है। अपने विकास के चरणों में विभिन्न प्रकार के परीक्षण में, इसने सभी चुनौतियों से निपटने की अपनी क्षमता दिखाई है।”
उन्होंने कहा, “एलसीएच को शामिल करने के समारोह के लिए मां दुर्गा की पूजा के पर्व नवरात्रि से बेहतर समय शायद ही कोई हो और शायद ही राजस्थान की धरती से बेहतर कोई दूसरी जगह होती।” सिंह हेलीकॉप्टरों को वायुसेना के बेड़े में शामिल किए जाने के अवसर पर आयोजित समारोह में बोल रहे थे।
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