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अस्पतालों में न तो पीने का पानी उपलब्ध न शौचालय की व्यवस्था
ऑक्सीजन की कालाबाजारी चरम सीमा पर
जौनपुर। आरएसएस के क्षेत्र प्रचारक अनिल के निर्देश पर रविवार को संघ के विभाग प्रचारक जगदीश, जिला कार्यवाहक वेद प्रकाश, एनएमओ काशी प्रांत के अध्यक्ष डॉ. सुभाष सिंह एवं आनुषंगिक संगठन के क्षेत्रीय लोगों द्वारा जिले के सरकारी और गैर सरकारी कोविड केंद्रों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि मरीजों के साथ रहने वाले लोगों को न तो पीने का पानी उपलब्ध है और न हीं किसी भी जगह शौचालय की व्यवस्था है। ट्रामा सेंटर हाउज़ एवं रेहाती के अस्पताल एक दम सुनसान जगह पर हंै। जहां शौच के लिए बाहर जाने को बाध्य महिलाओं के साथ कुछ दुर्घटना भी हो सकती है। पानी के लिए दुगुने चौगुना दाम पर बाहर से पानी एवं अन्य खाद्य सामाग्री लेने को मजबूर हैं। हालांकि भर्ती मरीजों में से कुछ को छोड़कर शेष में देख भाल एवं खानपान में कोई विशेष लापरवाही सामाने नहीं आयी है। जिला अस्पताल के कोविड एल-2 में एक तो पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। बाहर कोई बॉथरूम नहीं है। अंदर का बाथरूम बहुत गंदा एवं पानी से भरा है। ऑक्सीजन सिलंेडर की कालाबाजारी चरम सीमा पर है। प्रभावशाली व्यक्तियों द्वारा ऑक्सीजन खरीदा जा रहा है। जरूरतमंद गरीब जनता अस्पताल में बिना ऑक्सीजन मरने को मजबूर है। ऑक्सीजन का कोई लेखा जोखा किसी के पास नहीं है। जिले के निजी कोविड अस्पताल में से कुछ को छोड़कर बाकी सभी की व्यवस्था संतोषजनक है। कुछ निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन एवं दवा के नाम पर शोषण हो रहा है। एक निजी अस्पताल ऐसा है जिसमें एक ही वार्ड में कोविड एवं नॉन कोविड दोनों ही मरीज़ भर्ती है। शाहगंज, बदलापुर, मडि़याहूं कोविड अस्पताल एक दम बंद हैं। उसमे ताला लगा है। मरने वाले मरीजों को कोई समीक्षा नहीं होती कि आखिर इतने मरीज़ रोज क्यों मर रहे हैं। मरने पर उनके तीमारदार से कोई कभी उनका दु:ख दर्द तक नहीं पूछता। ऐसा लगता है जिम्मेदार लोग अपने आप को ताले में बंद कर लिये है और कोई जिम्मेदार अधिकारी किसी भी केंद्र पर भौतिक परीक्षण के लिए कभी गया ही नहीं। अगर गया तो सिर्फ खाना पूर्ति किया है। एनएमआ काशी प्रांत के अध्यक्ष डा. सुभाष ने बताया कि एनएमओ जौनपुर के लगभग 3500 होम क्वारंटीन लोगों की समस्याओं के सुझाव एवं समाधान के लिए एनएमओ के साथ-साथ आईएम जौनपुर के सदस्यों की मदद लेने की बात कही है। प्रतिदिन प्रत्येक चिकित्सक 10 मरीजों को फोन करके समस्याओं का समाधान करेगा। उनको वैक्सीनेशन के बारे मे भी प्रोत्साहित करेगा। कोरोना गाँव मे भी फैल गया है। जिले के नवनिर्वाचित प्रधान, बीडीसी और जि़ला पंचायत सदस्य की लिस्ट तैयार करके सभी प्रधान गाँव के चिकित्सक बन्धुओं एवं अन्य लोगों की मदद से कोरोना के लक्षण जांच इलाज टीकाकरण और गम्भीर मरीजों के उचित स्थान पर रेफरल करने के बारे मे चिकित्सकों का एक पैनल बतायेगा। एक विलेज टास्क फोर्स बनेगी जिसमें कुछ चिकित्सक कुछ समाजसेवी कुछ संगठन के लोग गाँव मेंे बीमारी फैलाने से रोकने के उपाय तथा गंभीर मरीजों की हरसंभव मदद करेंगे। जिला अस्पताल में मरीज़ के साथ के लोगों के लिए शनिवार से लगभग 200 लंच पैकेट की सुविधा संघ एवं समाज के विभिन्न संगठनों द्वारा शुरू हो गया है।
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