नया सबेरा नेटवर्क
जौनपुर। कोविड-19 की दूसरी लहर में जहां देश की स्वास्थ्य व्यवस्था कोलैप्स हो चुकी है। पूरे देश में सरकारी तंत्र ज़मीन में धंस गया है। अस्पतालों में ऑक्सीजन, इंजेक्शन और दवाइयां तक मौजूद नहीं। अभी जहां कोरोना से शहरों में मौतों का सिलसिला जारी था अब संक्रमण धीरे-धीरे ग्रामीण अंचल में पैर पसार चुका है। प्रदेश में पिछली समाजवादी सरकार में जितने अस्पताल बने थे, फ्री दवाई और इलाज की व्यवस्था की गयी थी या तो अस्पतालो को योगी सरकार द्वारा बनने नहीं दिया गया या तो उनमें डॉक्टर व टेक्नीशियन नहीं है जिसके चलते ग्रामीणों को मौत का सामना करना पड़ रहा है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस विकराल समय में प्रदेश की गरीब जनता के हक में अपने कार्यकर्ताओं को खड़े होने का आदेश दिया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सामाजिक संस्था डॉक्टर अब्दुल जलील फरीदी विचार मंच के सक्रिय सदस्य अमीक जामेई जो जिले के निवासी हैं उन्होंने कोविड-19 के इलाज के लिए "डॉक्टर अब्दुल जलील फरीदी विचार मंच" की तरफ से निशुल्क डॉक्टर हेल्पलाइन" की शुरूआत की है जिसमें प्रदेश और देश के बड़े डॉक्टर मरीजों का इलाज करेंगे। जिनमें डॉ. शफीक-8756279122, डा. नजीब-9719402461, डॉ.सबीहा-8826844357, डॉ.समरीन-9648406463, डा. उज़ैर-8318665249,डा.सनीकुमार-8340615187,डा.काशिफ 9979399,डॉ.औरंगजेब-9973380086,डॉ.शोएब-77782695301, डॉ.सैफ-7524814445 प्रमुख हैं। मंच ने बताया की उपरोक्त 10 सदस्यीय डॉक्टर की टीम से परामशर््ा के बाद अगर कोविड-19 संक्रमण की शुरु आती लक्षण हैं तो सलाह लेने के बाद जरूरतमंदो को कोविड मेडिसिन किट दवाइयों का भी इंतजाम किया जा रहा है। इसके लिए वॉट्सएप नंबर ़918076929500 पर जरूरतमंद संपर्क कर सक ते हैं। अमीक जामेई ने प्रेस को बताया कि पंचायत के त्रीस्तरीय चुनाव के बाद से वह जिले के अपने पैतृक गांव थाना खेतासराय अंतर्गत जैगहा में है। यहां देखने को मिल रहा है कि ब्लॉक स्तर पर गरीब कमज़ोर तबकों के लिए डॉक्टर्स का कोई इंतजाम नहीं है। म्ंाहगी फीस का इंतज़ाम कोई नहीं कर सकता। मेडिकल स्टोर पर दवाइयों की कालाबाजारी के चलते जरूरी जीवनरक्षक दवाएं उपलब्ध नहीं है। इसलिए निशुल्क डॉक्टर हेल्पलाइन पर डॉक्टर के परामशर््ा के बाद फिलहाल जिले स्तर पर जो भी इकोनामिक वीकर सेक्शन के लोग है जो दवा खरीदने की ताकत नहीं रखते हम उन तक दवाई पहुंचाएंगे। डॉक्टर अब्दुल जलील फरीदी विचार मंच" की तरफ से इस शरु आत को बल देते हुए अमीक जामेई ने कहा की डॉक्टर फरीदी प्रख्यात समाजवादी स्ताल्वार्ट होने के साथ साथ टीबी के मशहूर डॉक्टर भी थी। लखनऊ में गरीब तबको का वोह फ्री इलाज करते थे। हम आशा है करते है समाज का हर तबका विशेषकर डॉक्टर इस वक्त जो फ़रिश्ते से कम नहीं है वोह कमज़ोर वर्गों के लिए ग्रामीण किसान मजदूरों के इलाज के लिए भी आगे आये। मंच से जुड़ने वाले डॉक्टर को जामेई ने फ़रिश्ता बताते हुए की कहा समाज में एक दसूरे के लिए दर्द और इंसानियत के लिए मुहब्बत ही है की जब हमने इस शुरु आत की बात की तो युवा डॉक्टर की एक टीम बनने में वक़्त नहीं लगा मंच उनका आभारी रहेगा और इंसानियत के लिए वोह सबसे बड़ा काम अंजाम दे रहे है। अमीक जामेई ने कहा की डॉक्टर, पुलिस के जवान, पत्रकार, सफाई कर्मचारी फ़रिश्ते की अपनी जान जोखिम में डाल कर जनता की सेवा कर रहे है।
from NayaSabera.com
0 Comments