नया सबेरा नेटवर्क
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क्या मैंने गुनाह कर दिया?
शिक्षक कार्य अपनाने में।
ईर्ष्या के शिकार हम क्यों?
होते लोगों से इस ज़माने में।--1
आपदा विपदा हर जगह,
शिक्षक सभी को भाता है।
फिर भी इनको निकृष्ट व,
नालायक कहा जाता है।---2
किसी ने कहा शिक्षक भाई,
कोरोना काल में आभार है।
आप भी गजब क्षमता वाले,
चुनाव कराने का जो भार है।---3
मैंने कहा सुन लीजिये भाई,
हम भी बहुत बड़े गुणवान हैं।
समुन्द्रमंथन में हम भी पाये हैं,
यमराज ने दिए वरदान है।-----4
BTC से जो ताकत मिलती,
विशिष्ट BTC से विशिष्टता।
बूस्टर मिलता B. Ed, M.Ed से,
यमराज क्या करेगा धृष्टता।---5
TET से बलशाली जो होता हूँ,
मिले सहनशीलता C-TET से।
सुपरTET से प्रतिरोधकता मिले,
क्या होगा कोरोना के भेंट से।--6
सारी डिग्रियां ताकत देती हैं,
काम करने के लिए फील्ड में।
इसमें जितना प्रतिरोधक क्षमता,
नहीं है कोवैक्स, कोविशिल्ड में।।---7
इसीलिए हमें अमर मानकर,
चुनाव आयोग ने ही भेजा है।
हम भी सहर्ष मान भी गए,
जो सरकार पत्थर कलेजा है।---8
बैलट बॉक्स हाथ में लेकर,
कागज पत्र बोरा कंधे पर।
पोलिंग पार्टी के साथ चले,
जीवन ले मृत्यु के पथ पर।---9
बूथ पर लोग यह कह रहे थे,
मास्टर साहब सावधान रहें।
वोटर दिल्ली,बम्बई से आए,
यह बात आप भी जान रहें।---10
शिक्षक बना कोरोना वारियर,
कोरोना कैर्रियर से जंग लड़ा
सायं कोरोना से लैश होकर,
अपने घर पथ की ओर चला।----11
अबोध बालक पूँछे शिक्षक से,
माँ,पापा खाने में क्या लाये हैं।
अंदर से तो सहमें हैं शिक्षक,
और कोरोना से घबराये हैं।----12
शिक्षक जो काल कलवित हुए,
कोरोना ने कितने को मारा है।
कितने घर जो बर्बाद हुए हैं,
और जो जिंदगी से हारा है।-----13
करुण क्रंदन जो हो रहा है,
उसका कौन जिम्मेदार है?
चाहे लोग जिंदगी से हारे हैं,
या सिस्टम की स्वयं में हार है।---14
Shailendra Nishad
Jaunpur
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