नया सबेरा नेटवर्क
-झील में बना दी सुरंग यानी भुई धरा भवन
-एक दशक पूर्व गोमती किनारे कर दी प्लाटिंग
-खरका तिराहे के पास की झील भी हज़म कर गए भू-माफ़िया
जौनपुर। माफ़िया यानी संगठित गिरोह, अधिसंख्य। यहां काला और सफेद धन कमाने और लगाने वाले एक ही थैली के चट्टे बट्टे हैं। बात हो रही है 60 के दशक में घोषित विनियमित क्षेत्र चांदमारी से जेसीज ओलन्दगंज के निकट से होते हुए गोमती तीरे तक महायोजना की ज़मीन की। यहां वाजिदपुर तिराहे से लगायत जेसीज चौराहे तक कई मकानों, दुकानों में सुरंग( टनल, भुईँधरा) तब पब्लिक के सामने आया जब गोरखपुर-प्रयागराज फोरलेन के लिए अतिक्रमण हटाया जाने लगा। भू-माफ़िया में कथित रूप से एक दिवंगत पूर्व मंत्री भी शुमार रहे। यानी सरकारी जमीन को सब मिलकर ऐसे हज़म करते जा रहे हैं जैसे सिवान में मरे जानवर की लाश को कुत्ते और सियार नोचते हैं। इनमें से कोई किसी का विरोध नहीं करता।
शहर के खरका तिराहे के आसपास कई बीघा में घोषित झील को लगभग दो दशक पूर्व भू-माफ़िया ऐसे हज़म कर गए मानो यहां दशकों से कालोनी बनी हो यानी खाली जमीन नहीं रही। जबकि नक्शा किसी का पास नहीं है।एक पोखरा को समेटकर सुंदरीकरण सालों से चल रहा है। इतना ही नहीं, गोमती किनारे सैकड़ों बिस्वा ज़मीन की एक दशक पूर्व यह बताकर कि यहां नक्शा नहीं पास होगा इसलिए दाम कम रखा गया है। इसे भी खरीदने को माफ़िया टूट पड़े, अब तो मकान भी बनते जा रहे। इन्हें 80 के दशक में आई बाढ़ का भी डर नहीं। कई तो कहते फिरते हैं जब झील में भूमिगत मकान बन सकते हैं तो यहाँ क्या डर। क्रमशः,,,,,,
from NayaSabera.com
0 Comments