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जौनपुर। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (नवीन) के कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष धर्मेन्द्र यादव ने जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय को भ्रष्टाचार का अड्डा बताते हुए कहा कि चयन बोर्ड द्वारा चयनित होकर आने वाले अभ्यर्थियों के पत्र निर्गत करने और सत्यापन के बाद प्रथम वेतन लगाने के लिए अच्छी खासी धनउगाही की जाती है। शिक्षकों का चयन/प्रोन्नति वेतनमान लगाने के लिए भी वसूली होती है। अगर नहीं देते हैं तो कई-कई महीनों लग जाते हैं। कई बार इसे लेकर सम्बंधित अधिकारी और जिलाधिकारी से मिलकर एवं विरोध जताने पर कुछ समय लिए ठीक-ठाक रहती है, फिर अधिकारी बदले व्यवस्था जस की तस हो जाती है। जिला संरक्षक डा. सुनीलकान्त तिवारी ने कहा कि पहली को वेतन मिल जाता था। इस महीने में होली का त्यौहार नजदीक आ चुका है। अभी तक एनपीएस के बहाने वेतन पास करके रोके रखना शिक्षक कर्मचारियों को परेशान करना दर्शाता है जिसे हम शिक्षक कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। प्रदेश अध्यक्ष धर्मेन्द्र यादव ने कहा कि 3 दिन के भीतर शिक्षकों का वेतन खाते में नहीं भेजा जाता है तो संगठन अगली रणनीति पर अमल करने को बाध्य होगा। जिला कोषाध्यक्ष डॉ. चन्द्रसेन यादव ने सूचना दी कि संघ की कार्यकारिणी की बैठक 7 मार्च दिन रविवार समय प्रातः 10 बजे जनककुमारी इण्टर कालेज में आहूत की गई है जिसमें अधिक से अधिक संख्या में सम्मानित शिक्षक साथियों को शिरकत की गुजारिश है। साथ में नगेन्द्र यादव, बीएल प्रजापति, सुदीप सिंह, राजेश कुमार, हौशिला प्रसाद पाल, राम नरायन बिन्द, विजय प्रकाश गौतम रहे।
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