- अधिवक्ता दिवस पर 10 अधिवक्ता किए गए सम्मानित
नया सबेरा नेटवर्क
जौनपुर। भारत रत्न से सम्मानित प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद की जयंती अधिवक्ता दिवस के रूप में मनाई गई। इस अवसर पर दीवानी न्यायालय संघ सभागार में अध्यक्ष समर बहादुर यादव की अध्यक्षता एवं मंत्री भूपेश चंद्र रघुवंशी के संचालन में गोष्ठी आयोजित की गई जिसमें 10 वरिष्ठ अधिवक्ताओं को सम्मानित किया गया।
अधिवक्ताओं ने राजेंद्र प्रसाद के चित्र पर माल्यार्पण किया तथा देश के प्रति उनके योगदान की सराहना की गई। कहा कि उनकी जीवनी से अधिवक्ताओं को सीख लेनी चाहिए।अधिवक्ताओं के लिए यह गर्व की बात है कि एक अधिवक्ता भारत का प्रथम राष्ट्रपति बना। वह इतने महान थे कि अपनी बहन की मृत्यु पर रात भर सब के पास बैठ कर रोते रहे दूसरे दिन सुबह जब उन्हें सूचना मिली कि गणतंत्र दिवस की परेड में जाना है तो शव छोड़कर देश का दायित्व निभाने चले गए। 3 दिसंबर 1884 को उनका जन्म हुआ तथा 28 फरवरी 1963 को निधन हुआ। भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के प्रमुख नेता व भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष थे। भारतीय संविधान के निर्माण में उनका महत्वपूर्ण योगदान था इसीलिए उनके जन्मदिवस को अधिवक्ता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर सम्मानित होने वाले 10 अधिवक्ताओं के उत्तम व्यक्तित्व एवं विधिक ज्ञान की अधिवक्ताओं ने सराहना की। इस अवसर पर उपाध्यक्ष अरुण प्रजापति, वेद भूषण शर्मा, शरद जायसवाल, शैलेश मिश्र, मंजीत कौर, विनोद प्रजापति, जयप्रकाश सिंह, डीपी सिंह, अवधेश सिंह, अनिल सिंह कप्तान, मंजू शास्त्री, तेज बहादुर गिरी, हिमांशु श्रीवास्तव, अजीत सिंह, विनोद श्रीवास्तव, बृजेश निषाद, नरेंद्र जायसवाल, मो. उस्मान, निलेश निषाद, अवधेश यादव आदि अधिवक्ता उपस्थित रहे।
इन्हें किया गया सम्मानित
अधिवक्ता दिवस के अवसर पर दीवानी संघ सभागार में अधिवक्ता लालमणि मिश्र, राम नारायण सिंह, रजनीश पांडेय, इकबाल अहमद, राम प्रसाद मौर्य, पारसनाथ यादव, भृगुनाथ सिंह, ओमकार नंद मिश्र, रामेश्वर प्रसाद शर्मा, अरविंद कुमार सिंह को अंगवस्त्रम एवं स्मृति चिन्ह से बार के अध्यक्ष व मंत्री द्वारा सम्मानित किया गया।
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