नया सबेरा नेटवर्क
मुंबई। रा.सा.सा.व सां.संस्था काव्यसृजन की ९२वीं मासिक व ८वीं विडियो आनलाईन काव्यगोष्ठी लालबहादुर यादव कमल की अध्यक्षता व पंकज तिवारी के लाजवाब संचालन में देश विदेश के कवि कवयित्रियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया|
आयोजन को सफल बनाने में महाकाल की नगरी उज्जैन से कवि रमेश चंद्र चंगेसिया प्रभात,भोपाल से किशन तिवारी,दिल्ली से पंकज तिवारी,देहरादून से आशाराम रतूड़ी,बैंगलूर से डॉ मलियप्पा अलियास महेश,मुम्बई महाराष्ट्र से अनिल कुमार राही,पं.शिवप्रकाश जौनपुरी,विनय शर्मा दीप मनोज मिस्त्री,सुनील उपाध्याय,श्रीधर मिश्र,लालबहादुर यादव कमल,सौरभ दत्ता जयंत,डॉ जे पी बघेल,रवि यादव,राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय,डॉ अरुण मिश्र अनुरागी,दिवाकर वैशम्पायन अरुण दूबे,डॉ रामनाथ राना,मिल्टन राय,यूपी से एस के कपूर,बिहार से लोकनाथ तिवारी अनगढ़,दिल्ली से गोपाल गुप्त दहली,गुजरात से गुलाब चंद्र पटेल,डॉ संगीता शर्मा अधिकारी,जयंती सेन अंजू अग्रवाल,छत्तीस गढ़ से रश्मिलता मिश्रा,मध्यप्रदेश से डॉ भावना दिक्षित,बहरीन से अनुपम किंगर,मास्को से श्वेता सिंह,मुम्बई नवी मुम्बई से वैशाली सिंह,इंदू मिश्रा,आर जे आरती सइया हिरांसी,रेखा तिवारी,रश्मि नायर,नीलिमा दूबे पाण्डेय,यूपी से डॉ शैलबाला अग्रवाल,रेखा पाण्डेय,उत्तराखण्ड से अलका अरोराजी ने अपनी सशक्त रचनाओं से इस आयोजन में चार चाँद लगा दिया|
अपने अध्यक्षीय भाषण में माननीय लालबहादुर यादव जी ने सभी रचनाकारों का उत्साहवर्धन करते हुए सबकी रचनाओं पर संक्षिप्त प्रकाश डाला|और संस्था के काम की भूरि भूरि प्रशंसा की|उन्होंने कहा जहाँ सारा विश्व कोरोना जैसी घातक बिमारी से त्राहि त्राहि कर रहा था,ऐसे में काव्यसृजन ने लोगों को लोगों से जोड़े रखने का बेहतरी व सुगम राह खोज ली|और उसी पर लोगों के बिचारों का आदान प्रदन होने लगा|जिसकी जितनी सराहना की जाय कम है|संस्थापक अध्यक्ष पं.शिवप्रकाश जौनपुरी जी की देख रेख में संस्था के पदाधिकारियों व आप सबके सहयोग से इस कोरोना काल को भी एक सुअवसर में बदलने का काम किया है|
अंत में कार्याध्यक्ष अंजनी कुमार द्वेवेदी जी ने सभी विभूतियों का आभार व्यक्त करते हुए सभी का अभिनंदन किया|और आगे भी संस्था के कार्यों में सबसे सहयोग बनाये रखने की अपील की|
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