- एक बार प्रत्याशी रमेश सिंह को भी मौका मिलना चाहिए : राणा प्रताप
- 12 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला 35 हजार मतदाता एक दिसम्बर को करेंगे
हिम्मत बहादुर सिंह
जौनपुर।
वाराणसी शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र (एमएलसी) का चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे राजनीतिक सरगर्मियां भी बढ़ रही है। इस चुनाव में 12 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। आठ जिले में लगभग 35 हजार मतदाता इन 12 प्रत्याशियों के भाग्य का फै सला दिसम्बर को मतदान करके करेंगे। हर प्रत्याशी अपने-अपने पक्ष में माहौल बनाने में जुटे हैं। उदय प्रताप इंटर कालेज के शिक्षक नेता राणा प्रताप सिंह ने दूरभाष पर कहा कि पूर्व एमएलसी चेतनारायण सिंह के दो बार तथा पूर्व एमएलसी डा. प्रमोद मिश्रा के कार्यकाल को शिक्षक देख चुके है। इस बार शिक्षकों ने मन बना लिया है कि संघर्षशील, जुझारू तथा शिक्षकों के सुख-दुख में कंधे से कंधा मिला कर चलने वाले शिक्षक नेता रमेश सिंह को भारी मतों से जिता कर सदन में भेजना है। शिक्षक नेता रमेश सिंह लंबे समय से शिक्षकों के हितों को लेकर संघर्ष कर रहे है। चाहे शिक्षकों की समस्या रही हो यहा पुरानी पेंशन की बहाली।
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Ramesh Singh |
जेपी मेहता इंटर कालेज के प्रधानाचार्य डॉ. एनके सिंह ने कहा कि रमेश सिंह जनपद जौनपुर के रहने वाले है लेकिन पूरे पूर्वांचल में वह शिक्षक नेता के रूप में शिक्षकों के दुख सुख में शामिल रहते है। उनका व्यक्तित्व व नेतृत्व अन्य शिक्षकों से बिलकुल अलग है। उनके कथनी-करनी में कोई अंतर नहीं है। उन्होंने जो अपने चुनावी घोषणा पत्र में कहा है उसे जीतने के बाद हर हालत में पूरा करेंगे। वह कर्मठी और जुझारू नेता है और मौजूदा समय में शिक्षकों को ऐसे ही नेता की जरूरत है। इसलिए किसी भी हालत में उन्हें जीताकर सदन में पहुंचाना है।
माध्यमिक शिक्षक संघ वारणसी के पूर्व अध्यक्ष अशोक सिंह ने कहा कि हर शिक्षक को मौका मिलना चाहिए रमेश सिंह अपने टीम के साथ जनपद जौनपुर में संगठन को मजबूत बनाया और इन्ही संगठन की बदौलत जीत दिलाई तो क्या उन्हें मौका नहीं मिलना चाहिए। सत्ता सुख मिलने के बाद लोग कुर्सी से इतना चिपक जाते है कि छोड़ने का नाम ही नहीं लेते है ऐसे में रमेश सिंह शिक्षकों की सहमति बनने पर चुनाव मैदान में उतरें है तो शिक्षक समुदाय एक बार उन्हें भी सदन में पहुंचने का मौका दें।
पब्लिक इंटर कालेज केराकत के सहायक अध्यापक एवं शिक्षक नेता प्रवीण सिंह ने कहा कि शिक्षक नेता रमेश सिंह ने संघर्ष करके संगठन को जौनपुर में मजबूत किया था और उसी संगठन के बल पर पूर्व एमएलसी चेतनारायण सिंह दो बार सदन में पहुंचे और वह दूसरे को मौका देना ही नहीं चाहते है ऐसे में मजबूर होकर और शिक्षकों की सहमति बनने पर वह चुनाव मैदान में उतरे है अब किसी भी हालत में उन्हें सदन में पहुंचाना हम शिक्षकों की जिम्मेदारी है। जेपी मेहता इंटर कालेज के शिक्षक ईश्वचंद सिंह ने कहा कि रमेश सिंह ही एक ऐसे शिक्षक नेता है जो हमेशा शिक्षकों को उपलब्ध रहते है उन्हें भी एक बार मौका दिया जाए।
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