वाराणसी। लोक आस्था के महापर्व छठ का दूसरा दिन रविवार को खरना के रूप में भक्ति, अनुशासन और आत्मसंयम की अनुपम छटा लेकर आया। प्रातः से ही व्रतियों ने पूर्ण संयम के साथ निर्जला उपवास का संकल्प लिया और सूर्यास्त के समय खरना पूजा-अर्चना कर भगवान सूर्य को नैवेद्य अर्पित किया। इस पवित्र क्षण में आस्था, शुद्धता और आत्मनियंत्रण का संगम दिखाई दिया, हर घर, हर घाट और हर हृदय सूर्य की भक्ति में झूम उठा। मिट्टी के चूल्हों पर आम की लकड़ियों से जब खीर चढ़ी तो पूरे मोहल्ले में गुड़ और चावल की मीठी सुगंध फैल गई। इससे पूरा वातावरण हर घर हर घाट आस्था में सराबोर दिखा। इसी क्रम में सिंचाई विभाग, वाराणसी में कार्यरत जय शंकर सिंह व उनका परिवार भी छठ पर्व पर अपने मूल निवास जमुई, बिहार में जाकर छठ पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। इस बार भी जयशंकर सिंह व उनकी धर्मपत्नी सुषमा सिंह के साथ परिवार के अन्य सदस्यों जिसमें अनुग्रह नारायण सिंह, रमाशंकर, रविशंकर, अनीश सिंह, सिमरन, खुशी, नमिता सिंह व सुभद्रा सिंह नव्या अपने गृह निवास पर छठ के दूसरे दिन खरना पूजा धूम धाम व पवित्रता के साथ मनाया।
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