इन्द्रभान मिश्र
खुटहन, जौनपुर। उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थानम् लखनऊ द्वारा संचालित निःशुल्क त्रैमासिक पौरोहित्य प्रशिक्षण शिविर डॉ. तारूणीकांत शिक्षा निकेतन खुटहन का समापन बुधवार को हो गया। समापन समारोह के मुख्य अतिथि तथा प्रबंधक देवेश उपाध्याय ने कहा कि "स्वदेशे पूज्यते राजा, विद्वान सर्वत्र पूज्यते" संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है। आप सभी प्रशिक्षणार्थीगण पूर्ण मनोवेग, लगन से संस्कृत भाषा को अपनी दिनचर्या में अपनाएं"। आप सभी प्रशिक्षणार्थीगण कर्मकांड को भली भांति संपन्न कराएं। कर्मकांड में शीघ्रता न करें तथा संकल्प में जप/पाठ की यथासंख्या न बोलें"। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए शिवेन्द्र सिंह ने कहा कि "पुरोहित प्रकाश की तरह आगे होकर यजमान का हित संपादन करता है"। अंत में पौरोहित्य प्रशिक्षक डॉ. अखिलेश चन्द्र पाठक ने समस्त आगंतुकों के प्रति आभार प्रकाशित किया। इस अवसर पर हर्ष मिश्र, सचिन मिश्र, सुधा पाठक, नित्या पाठक, प्रदीप मिश्र, ओम प्रकाश तिवारी, सर्वेश तिवारी सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
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