स्वास्थ्य केन्द्र पर हुई जिंक ओआरएस कार्नर की स्थापना
डा. प्रदीप दूबे
सुइथाकला, जौनपुर। विकास खण्ड क्षेत्र स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अरसिया पर प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. हृदयपाल यादव ने फीता काटकर जिंक ओआरएस कॉर्नर का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के दौरान महिलाओं और बच्चों को डेटॉल साबुन, जिंक की गोलियां और ओआरएस का पैकेट वितरित किया गया। चिकित्साधिकारी डा. यादव ने बताया कि डायरिया के दौरान शरीर में तरल पदार्थ और खनिजों की कमी हो जाती है जिसमें निर्जलीकरण डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ता है। ऐसे में ओआरएस शरीर में खोये तरल और इलेक्ट्रोलाइट्स की पूर्ति करता है। निर्जलीकरण को रोकने में सहायक होता है। इसी क्रम में जिला समन्वयक अतुल यादव ने डायरिया के बचाव के लिए ओआरएस और जिंक की गोली के प्रयोग की जानकारी देते हुये बताया कि 2 से 6 माह के बच्चों को आधी गोली मां के दूध में घोलकर पिलाना चाहिए। 6 माह से 5 साल के बच्चों को एक गोली दिन में एक ही बार देनी चाहिए। बच्चों को डायरिया के दौरान एक पैकेट ओआरएस एक लीटर पानी में घोलकर 24 घंटे तक इसका पानी को बच्चे को पिलाना चाहिए।इसके बाद यदि पानी शेष बचता तो उसे फेंक देना चाहिए। इस अवसर पर ब्लॉक कोऑर्डिनेटर कमलेश वर्मा, जीडी रागिनी सिंह, श्रद्धा सिंह फार्मासिस्ट, एलटी अंजली, वार्ड ब्वाय, आशा सहित सभी कर्मचारी उपस्थित रहे।
डा. प्रदीप दूबे
सुइथाकला, जौनपुर। विकास खण्ड क्षेत्र स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अरसिया पर प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. हृदयपाल यादव ने फीता काटकर जिंक ओआरएस कॉर्नर का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के दौरान महिलाओं और बच्चों को डेटॉल साबुन, जिंक की गोलियां और ओआरएस का पैकेट वितरित किया गया। चिकित्साधिकारी डा. यादव ने बताया कि डायरिया के दौरान शरीर में तरल पदार्थ और खनिजों की कमी हो जाती है जिसमें निर्जलीकरण डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ता है। ऐसे में ओआरएस शरीर में खोये तरल और इलेक्ट्रोलाइट्स की पूर्ति करता है। निर्जलीकरण को रोकने में सहायक होता है। इसी क्रम में जिला समन्वयक अतुल यादव ने डायरिया के बचाव के लिए ओआरएस और जिंक की गोली के प्रयोग की जानकारी देते हुये बताया कि 2 से 6 माह के बच्चों को आधी गोली मां के दूध में घोलकर पिलाना चाहिए। 6 माह से 5 साल के बच्चों को एक गोली दिन में एक ही बार देनी चाहिए। बच्चों को डायरिया के दौरान एक पैकेट ओआरएस एक लीटर पानी में घोलकर 24 घंटे तक इसका पानी को बच्चे को पिलाना चाहिए।इसके बाद यदि पानी शेष बचता तो उसे फेंक देना चाहिए। इस अवसर पर ब्लॉक कोऑर्डिनेटर कमलेश वर्मा, जीडी रागिनी सिंह, श्रद्धा सिंह फार्मासिस्ट, एलटी अंजली, वार्ड ब्वाय, आशा सहित सभी कर्मचारी उपस्थित रहे।
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