जौनपुर। सात माह पूर्व हुए बहुचर्चित पत्रकार हत्याकांड में जौनपुर पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने मुख्य आरोपी अर्फी शेख उर्फ कामरान को गिरफ्तार करने का दावा किया है। पुलिस द्वारा मीडिया सेल में भेजी गई प्रेस विज्ञप्ति में लिखा गया है कि हाई कोर्ट से रिट खारिज होने के बाद अर्फी शेख 18 दिसंबर को आत्मसमर्पण करने के लिए जौनपुर आया था। इसी बीच क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने गुपचुप तरीके से 19 दिसंबर को दीवानी न्यायालय में पुलिस अभिक्षा में प्रस्तुत किया, जहां से उसे 14 दिन की न्याय हिरासत में जेल भेज दिया गया। सवाल यह उठता है कि छोटे-छोटे मुकदमों में वारंटियों, जेबकतरी और चोरी की घटना में वांछित अभियुक्त की गिरफ्तारी की खबर और फोटो को मीडिया के ग्रुप में भेज कर अपनी पीठ थपथपाने वाली जौनपुर पुलिस ने इस बहुचर्चित पत्रकार हत्याकांड में प्रेस कॉन्फ्रेंस करना तो दूर प्रेस विज्ञप्ति भेजने में 2 दिन का समय लगा दिया।
मृतक पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव के बड़े भाई संतोष श्रीवास्तव द्वारा घटना के बाद से ही मुख्य आरोपियों को जौनपुर पुलिस द्वारा बचाने का आरोप लगाया जा रहा था जो आज सच साबित हुआ। संतोष श्रीवास्तव ने कामरान उर्फ अरफी शेख की गिरफ्तारी की पुलिस हिरासत में फोटो न जारी करने पर भी सवाल उठाया है। उनका कहना है कि इस गिरफ्तारी में पुलिस को आखिर 7 महीने क्यों लग गए? उन्होंने एक अन्य मुख्य आरोपी सपा नेता नासिर जमाल को भी जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है।
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