जौनपुर। पूर्वांचल के बाहुबली नेता, पूर्व सांसद धनंजय सिंह लगातार भारतीय जनता पार्टी के सम्पर्क में है। अभी सोशल मीडिया पर महाराष्ट्र के नये मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ उनकी फोटो वायरल होते ही तरह-तरह के कयास लगाये जा रहे हैं। वहीं कुछ लोग यह भी कह रहे है कि धनंजय सिंह भाजपा नेताओं से लगातार सम्पर्क में है। पूर्वांचल की राजनीति में अपनी दमदार छवि से अलग छाप छोड़ने वाले धनंजय सिंह नये परिसीमन के बाद बनाए गए मल्हनी विधानसभा चुनाव में लगातार हार के चलते अब नई रणनीति की तैयारी में है। अपनी पत्नी श्रीकला धनंजय सिंह को जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने के बाद उनके हौसले बुलंद है। वहीं एमएलसी बृजेश सिंह प्रिंसू के साथ भी वह भाजपा के कई कार्यक्रमों में शामिल हुए थे। लगातार दूसरी बार बृजेश सिंह प्रिंसू एमएलसी चुने गए हैं।
मल्हनी फतह आसान नहीं!
मल्हनी विधानसभा की बात करें तो नये परिसीमन के बाद जब से यह सीट अस्तित्व में आई है तब से धनंजय सिंह इस सीट को अपने कब्जे में लेने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन अभी तक उन्हें हार का ही सामना करना पड़ा है। इस सीट के चुनाव परिणाम में वह दूसरे स्थान पर रहते हैं। राजनीतिक पंडितों की मानें तो इस सीट पर धनंजय सिंह तभी चुनाव जीत सकते हैं जब उन्हें किसी राष्ट्रीय पार्टी से उम्मीदवार बनाया जाय। पिछली बार भी वह भाजपा, कांग्रेस से टिकट की मांग कर रहे थे लेकिन दोनों पार्टियों ने उन्हें टिकट नहीं दिया बल्कि जिसे टिकट मिला वह भी अपनी जमानत नहीं बचा सके। इससे यह साफ हो गया कि इस सीट पर सपा को हराने के लिए धनंजय सिंह को किसी राष्ट्रीय पार्टी का टिकट मिलेगा तभी वह इस सीट पर फतह हासिल कर पाएंगे।
सपा का गढ़ है मल्हनी
मल्हनी विधानसभा की बात करें तो यह शुरू से ही समाजवादी पार्टी का गढ़ रही है। इस सीट पर लगातार दो बार सपा के स्व. पारसनाथ यादव ने जीत दर्ज की। उनके निधन के बाद उपचुनाव में उनके पुत्र लकी यादव ने इस सीट पर कब्जा किया। माना जा रहा था कि 2022 के विधानसभा चुनाव में लकी यादव पराजित हो सकते हैं लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यादव बाहुल्य इस विधानसभा सीट पर एक बार फिर लकी यादव ने इस सीट पर जीत दर्ज कर यह साबित कर दिया कि इस सीट पर उन्हें कोई आसानी से नहीं हरा सकता।
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