नया सबेरा नेटवर्क
'सप्रेम दिवस' के अंतर्गत चार-दिवसीय कार्यक्रमों की श्रृंखला में 'बहु-माध्यम कला शिविर' द्वारा आगाज़
जीवन सभी जीते हैं, लेकिन चिरकाल तक जीवित कोई बिरला ही होता है- श्री निगम
लखनऊ। 'सप्रेम संस्थान' द्वारा सामाजिक-आध्यात्मिक चिंतक निरंकारी सन्त श्री प्रेम नारायण लाल जी की पावन-स्मृति 'सप्रेम-दिवस' के अवसर पर आयोजित चार दिवसीय ऑनलाइन वर्चुअल पटल पर पाँच-कार्यक्रमों की श्रृंखला का शुभारंभ 'बहु-माध्यम कला शिविर' द्वारा किया गया। इस मौके पर कला शिविर के सभी कलाकार व अन्य कलाप्रेमी लोगों ने भी शिरकत किया। चार दिनों तक चलने वाले इस कला शिविर के सभी कलाकार अपने-अपने स्थानों पर रहते हुए कला का सृजन करेंगे।
उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ चित्रकार,कला समीक्षक व इतिहासकार श्री अखिलेश निगम जी ने बहुमाध्यम कला शिविर का उद्घाटन करते हुए कहा कि कोरोना महामारी जैसी आंधी के दौरान भी हम यह सब आयोजन कर पा रहे हैं, ये बड़ी बात है। सबको एक मंच पर लाना, सबकी भावाव्यक्ति को विभिन्न माध्यमों को श्रोता तक पहुंचाना, यह भी बहुत बड़ी बात है, जो आसान काम नहीं है। ऐसे आयोजनों से जनसमुदाय में एक जागृति पैदा होती है। उन्होंने आगे कहा कि जीवन सभी जीते हैं, लेकिन चिरकाल तक जीवित कोई बिरला ही होता है और लोगों के सामने उसकी सदैव उपस्थिति रहती है। यह कर्मो कि बात है,इंसान अपने कर्मों से ही जाना जाता है। सन्त श्री प्रेम नारायण लाल जी एक ऐसे ही व्यक्तित्व रहे हैं, जिन्हें आज लोग अपनी स्मृतियों में संजोये हुए हैं और उनके विचारों और शिक्षाओं से मार्गदर्शन द्वारा अपने जीवन को सफल कर रहे हैं। श्री निगम ने बहुमाध्यम कला शिविर में भाग लेने वाले सभी कलाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि एक कलाकार अपनी सम्पूर्ण क्षमता से अपनी कला को रूपायित करता है, हालांकि कोई भी कला कभी सम्पूर्ण नहीं मानी जाती किन्तु बावजूद इसके भी कलाकार अपनी कला को सम्पूर्ण करने की पूरी चेष्टा करता है। और उसे दर्शको के समक्ष प्रस्तुत करके अभिभूत होता है और लोगों की प्रतिक्रिया से विभोर भी होता है और उसकी समीक्षा से सीखने का प्रयास भी करता है। सप्रेम संस्थान के अध्यक्ष डॉ पुष्पेंद्र कुमार अस्थाना 'पुष्प' ने संस्थान व इसके द्वारा कला, साहित्य व सामाजिक योगदानों की विस्तृत जानकारी देते हुए मुख्य-अतिथि सहित सभी कलाकारों व कार्यक्रम में जुड़े सभी का धन्यवाद प्रकट किया। इस मौक़े पर संस्थान की प्रणेता श्रीमति सरोज अस्थाना जी ने भी कलाकारों का उत्साहवर्धन करते हुए आशीर्वाद-शुभकामनाएं अर्पित किया। कला-शिविर के क्यूरेटर श्री भूपेंद्र कुमार अस्थाना ने बताया कि बहुमाध्यम कला शिविर में 03 डिजिटल और 06 पेंटिंग और रेखांकन करने वाले देश के विभिन्न राज्यों से 9 कलाकार शामिल हैं। कला-शिविर में भाग ले रहे कलाकार उत्तर प्रदेश से अंकुर देव, आरती सिंह, राजीव पांडेय, अक्षय, कर्नाटका से ईश्वरचंद चौवान, छत्तीसगढ़ से ऋषभ राज, जम्मू कश्मीर से रंजू कुमारी, नई दिल्ली से सोनिया नूर और वेस्ट बंगाल से सौरव भौमिक हैं। अंत में आयोजक श्री धर्मेंद्र अस्थाना ने सप्रेम संस्थान के आगामी सभी कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए सभी का आभार व्यक्त किया। इस श्रृंखला में अगला कार्यक्रम काव्य-गोष्ठी 19 नवम्बर की शाम 6 बजे से आयोजित की जायेगी, जिसमे देशभर के लगभग 25 कवि हिस्सा लेंगे।
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