नया सबेरा नेटवर्क
भायंदर। कहते हैं–ईमानदारी सर्वोत्तम गुण है। समाज में ईमानदारी का ग्राफ भले गिर गया हो, परंतु आज भी ईमानदार लोगों की कमी नहीं है। गणपति विसर्जन के दौरान कल्पना चौरसिया एक महिला ने अपने घर में स्थापित गणपति बप्पा की मूर्ति को पहनाये गए 14 लाख का कीमती हार को निकालना भूल गई। घर जाने पर जब उसे याद आया तो उसके होश उड़ गए।कल्पना ने मांदली तलाव में मूर्ति विसर्जन किया था। विसर्जन के पहले उसने मूर्ति को वहां तैनात परिचारिका सीमा सालुंखे और सफाई कर्मचारी मंजुला राजेंद्र स्वामी के हवाले किया था। दोनों ने मूर्ति विसर्जन के पहले सोने का हार निकाल कर अपने पास रख लिया था। कल्पना ने दोनों के पास जाकर घटना की जानकारी दी तो दोनों ने तत्काल उसका हार वापस कर दिया।घटना की जानकारी मिलने पर नगरसेवक सुरेश खंडेलवाल ने आयुक्त दिलीप ढोले से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। आखिरकार मंगलवार को महापौर ज्योत्सना हसनाले के कार्यालय में दोनों ईमानदार कर्मियों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर महापौर के अलावा मनपा आयुक्त दिलीप ढोले, अतिरिक्त आयुक्त संभाजी पानपट्टे, उपायुक्त संजय शिंदे ,मुख्य आरोग्य अधिकारी डॉ प्रकाश जाधव, टीकाकरण अभियान की प्रमुख डॉक्टर अंजली पाटील, नगर सेवक सुरेश खंडेलवाल ,अनिल विरानी उपस्थित रहे।
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