नया सबेरा नेटवर्क
कोरोना वायरस महामारी के दौरान अभी तक केंद्र व राज्य सरकार के साथ ही साथ स्थानीय प्रशासन के साथ कंधा से कंधा मिलाकर एनएसएस और एनसीसी के वालंटियर्स कार्य कर रहे है जिससे कि भयंकर रूप से अपना पैर पसार चुकी कोरोना महामारी से देश को बाहर निकालने के साथ अधिक से अधिक लोगों की जान बचाई जा सके।
जिस एनएसएस के कार्यों की सराहना खुद माननीय प्रधानमंत्री जी करते है, युवा कार्यक्रम खेल मंत्रालय भारत सरकार के माननीय मंत्री किरन रिजिजू जी संसद में एनएसएस के कार्यों की सराहना करते हैं और पूरे भारत में कहीं ना कहीं हर क्षेत्र में एनएसएस के स्वयंसेवक अपनी स्वेच्छा से जरूरतमंद लोगों की मदद कर रहे हैं। लेकिन प्रियंका सौरभ जैसे कुछ तुक्ष्य मानसिकता के लोग - राष्ट्र, समाज और मानवता के लिए कुछ भी कर गुजरने वाले राष्ट्रीय सेवा योजना और एनसीसी पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा है कि राष्ट्रीय सेवा योजना और एनसीसी के ऊपर अरबों रुपये खर्च होता है नौकरी में एक्स्ट्रा मार्क मिलते हैं जब देश में महामारी आयी तो कहाँ दुबक गए तो मैं प्रियंका सौरभ जी को बताना चाहता हूँ कि सबसे पहले ऐसे घटिया किस्म के विचार के लिए प्रियंका जी को शर्म आनी चाहिए कि राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों पर जो आरोप लगायी है वह निराधार है, यह विचार बंद कमरे से निकला है शायद प्रियंका जी बाहर निकल कर देखती तो उन्हें ज्ञात होता कि कोविड-19 के दौरान एनसीसी व राष्ट्रीय सेवा योजना एनएसएस ने अप्रैल 2020 से अब तक देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के खिलाफ लड़ाई में नागरिक, रक्षा और पुलिस कर्मियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहा है ताकि राहत प्रयासों और विभिन्न एजेंसियों के कामकाज को बढ़ावा दिया जा सके। वालंटियर्स ने हेल्पलाइन/कॉल सेंटरों के संचालन, राहत सामग्री/दवाओं/भोजन/आवश्यक वस्तुओं के वितरण, सामुदायिक सहायता, डेटा प्रबंधन और कतार और यातायात प्रबंधन जैसे विभिन्न कार्यों को संभालने और प्रबंधित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। महामारी के प्रसार को रोकने के लिए राज्य के प्रयासों को बढ़ाने के लिए एनएसएस स्वयंसेवक व कैडेट्स सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और सक्रिय फील्ड वर्क पर संदेशों के माध्यम से आवश्यक और उचित जानकारी के साथ जनता को सक्रिय रूप से संवेदनशील बना रहे हैं।
राष्ट्रीय सेवा योजना
ने एक बार फिर से राष्ट्र के आह्वान पर अपनी सेवा प्रदान करने का आह्वान किया है। एनएसएस का योगदान राष्ट्रनिर्माण व आपदा प्रबंधन के लिए सबसे अधिक मायने रखता है। आवश्यक दवाईयों , इंजेक्शंस , ICU बेड की उपलब्धता व आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन तथा शासकीय योजनाओं की जानकारी लाभार्थियों तक पहुंचा कर वो भी 24*7 के समय से कोरोना के साथ भारत की लड़ाई में जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
इस महामारी में खुद को लेखक समझने वाले मानसिक रूप से विकृत लोगों खुद की कोई पहचान नहीं तो राजनेताओं की तरह तुम लोग भी ऐसे संगठनो को निशाना बनाने लग गए, लोग डरकर घर में बैठे था उस समय हम जैसे स्वयंसेवक लोगों की मदद करने के लिए आगे आए लोगों के लिए हेल्पलाइन, भोजन वितरण, दवा आवश्यक सामग्री, पीड़ितों के लिए बिस्तर प्रबंधन, लोगों के लिए जागरूकता अभियान चला रहे थे पर ये बात दो कौड़ी के घटिया लेखक क्या समझे एक बार बाहर निकल के देखेंगे जब ही तो पता चलेगा कि असल दुनिया में चल क्या रहा है एक भी कोविड पीड़ित के लिए मदद करके देखना पता चल जायेगा। हम लोगों के तो ध्येय वाक्य ही है "मैं नहीं आप", पर ये बात छोटी मानसिकता के लोगों के समझ के बाहर की है
लेखक✍️ बृजमोहन गुप्ता
प्रतिनिधि उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय एकता शिविर बरेली
मीडिया प्रभारी राजा श्री कृष्ण दत्त पीजी कालेज जौनपुर
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