नया सबेरा नेटवर्क
जौनपुर। संघ के प्रचारक रहे मोहन राय ने 102 वर्ष की आयु में अपने तीसरे पुत्र दिवाकर राय के जनपद स्थित आवास पर अन्तिम सांस ली। दिवाकर ही उनको आगरा से जनपद लेकर आए थे। मोहन राय ग्राम-सरैया, धर्मापुर के निवासी थे। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के नाते जेल यात्रा भी की थी। जेल से बाहर आने के बाद इनका सम्पर्क राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारकों से हुआ और उनसे प्रभावित होकर इन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन प्रचारक के रूप में देश सेवा में समर्पित कर दिया। इनके तीनों बेटों भूखन राय, भूषन राय और दिवाकर राय सहित सम्पूर्ण परिवार संघ के प्रति समर्पित है। इनके सम्पर्क में जो आया वह संघ का ही बनकर रह गया। इनके निधन का समाचार मिलते ही बेटे दिवाकर के आवास पर लोगों का तांता लग गया।
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