- शहर समता विचार मंच की जौनपुर इकाई ने किया था महिला काव्य गोष्ठी का आयोजन
नया सबेरा नेटवर्क
जौनपुर। शहर समता विचार मंच की महिला काव्य गोष्ठी शनिवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष रचना सक्सेना की अध्यक्षता और महिला काव्य गोष्ठी जौनपुर की अध्यक्ष डॉ. मधु पाठक के कुशल संचालन और संयोजन में वाट्सएप द्वारा हुई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उमेश श्रीवास्तव थे। डॉ. मधु पाठक ने शहर समता विचार मंच का परिचय देते हुये सरस्वती वन्दना प्रस्तुत कर काव्य गोष्ठी का शुभारंभ किया। डॉ. पूनम श्रीवास्तव ने "तपन बहुत है नगर में थोड़ा छांव जिंदा रहने दो, मुझमें थोड़ा सा मेरा गांव जिंदा रहने दो" गीत सुनाकर भावविभोर कर दिया।
डॉ. सुमन सिंह ने "नमन उनको सदा मेरा जो सीमा पर डंटे हैं वीर" इस रचना को प्रस्तुत कर देश के रणबांकुरों को याद किया। डॉ. नीलू सिंह ने "अपमान मत करना नारियों का इनके बल पर ही घर चलता है" रचना प्रस्तुत करके नारीशक्ति का परिचय कराया। सुमन पांडेय ने "अबकी बसंत मन में लाया है खुशियां अनंत" अपनी यह सुमधुर रचना प्रस्तुत की। चेतना चितेरी ने "हे मां! शारदा हमको सद्बुद्धि दे दो" रचना प्रस्तुत कर मां को नमन किया। भावना मिश्रा ने "जिंदगी एक अभिलाषा है" यह रचना पढ़कर लोगों का ध्यान आकर्षित किया।
डॉ. मधु पाठक ने "महके इनसे ही घर आंगन सदियों से बरसों से, ये बसंत के फूल खिले हैं पीली सरसों से" गीत सुनाकर लोगों का मन मोह लिया। तनु सिंह ने "ऐ जालिम दुनिया कभी तो सुकून से जी लेने दे" रचना प्रस्तुत किया। महिता निषाद ने "गुरुवार आए बसंत बहार" रचना प्रस्तुत कर समां बांधा। काव्य गोष्ठी के अंत में डॉ. पूनम श्रीवास्तव ने आभार ज्ञापित किया।
from NayaSabera.com
0 Comments