नया सबेरा नेटवर्क
सुजानगंज, जौनपुर। प्रनवम् स्कूल सुजानगंज में मनायी गयी मौलाना अब्दुल कलाम आजाद की पुण्यतिथि जिसमे कार्यक्रम की अध्यक्षता अल्पसंख्यक विभाग के जिला चेयरमैन आरिफ खान ने किया बतौर मुख्य अतिथि हाजी इफ्तिखार अहमद प्रभारी जौनपुर और सह प्रभारी मोहम्मद यूनुस खान साहब रहे। अवसर पर आजाद अचीवमेंट अवार्ड से स्कूल के शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को सम्मानित किया गया एवं मदरसा सुजानगंज के अध्यापकों को मौलाना असगर उल कादरी साहब के नेतृत्व में सम्मानित किया गया ।मुख्य अतिथि ने कहा मौलाना अब्दुल कलाम आज़ाद या अब्दुल कलाम गुलाम मुहियुद्दीन (11 नवंबर, 1888 - 22 फरवरी, 1958) एक प्रसिद्ध भारतीय मुस्लिम विद्वान थे। वे कवि, लेखक, पत्रकार और भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे।
भारत की आजादी के बाद वे एक महत्त्वपूर्ण राजनीतिक पद पर रहे। वे महात्मा गांधी के सिद्धांतो का समर्थन करते थे। उन्होंने हिंदू-मुस्लिम एकता के लिए कार्य किया, तथा वे अलग मुस्लिम राष्ट्र (पाकिस्तान) के सिद्धांत का विरोध करने वाले मुस्लिम नेताओ में से थे। खिलाफत आंदोलन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। 1923 में वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सबसे कम उम्र के प्रेसीडेंट बने। वे 1940 और 1945 के बीच कांग्रेस के प्रेसीडेंट रहे। आजादी के बाद वे भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के रामपुर जिले से 1952 में सांसद चुने गए और वे भारत के पहले शिक्षा मंत्री बने। वे धारासन सत्याग्रह के अहम इन्कलाबी (क्रांतिकारी) थे। वे 1940-45 के बीच भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष रहे जिस दौरान भारत छोड़ो आन्दोलन हुआ था। कांग्रेस के अन्य प्रमुख नेताओं की तरह उन्हें भी तीन साल जेल में बिताने पड़े थे। स्वतंत्रता के बाद वे भारत के पहले शिक्षा मंत्री बने और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की स्थापना उनके सबसे अविस्मरणीय कार्यों में से एक था। विशिष्ट अतिथि जब्बार अली सलमानी, आरिफ सलमानी, मोहम्मद ताहिर, मोहम्मद अनवर, मोहम्मद हफीज, गुफरान खान मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रणवम् स्कूल की प्रधानाचार्य श्रीमती सिल्जा प्रमोद सिंह ने किया। प्रणवम् स्कूल प्रबंधक प्रमोद के सिंह जी ने आए हुए सभी अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
Ad |
from NayaSabera.com
0 Comments