नया सबेरा नेटवर्क
मुंबई: अरुणाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल माता प्रसाद के निधन पर गहरा दुख प्रकट करते हुए महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री कृपा शंकर सिंह ने कहा कि स्वर्गीय माता प्रसाद एक कुशल राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ उत्कृष्ट साहित्यकार भी रहे। राजनीति में स्वर्गीय बाबू जगजीवन राम को अपना आदर्श मानने वाले माता प्रसाद जौनपुर की शाहगंज( सुरक्षित सीट) से लगातार न सिर्फ पांच बार विधायक रहे, अपितु 1980 से 1992 तक 12 वर्षों तक उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य रहे। देश की नरसिंह राव सरकार ने 21 अक्टूबर 1993 को उन्हें अरुणाचल प्रदेश का राज्यपाल बनाया और 31 मई 1999 तक वे राज्यपाल रहे। कृपाशंकर सिंह ने कहा कि स्व.माता प्रसाद उत्कृष्ट साहित्यकार रहे। उन्होंने कई लोकगीत और नाटक भी लिखे हैं। सही मायने में स्वर्गीय माता प्रसाद जौनपुर की माटी के लाल रहे। उनका जगह भर पाना संभव नहीं है।
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