- सरिसवा नदी प्रदूषण भी रहा मुख्य मुद्दा
नया सबेरा नेटवर्क
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में स्वीप कार्यक्रम के तहत चलाये गए मतदाता जागरूकता अभियान का बेहतर परिणाम सामने आया। वोटिंग के प्रति लोगों की सोच में बदलाव देखा गया। वोटिंग प्रतिशत बढ़ना मजबूत लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत है। यह अभियान आगामी चुनावों में भी प्रभावी भूमिका निभाएगा। स्वीप कार्यक्रम को पूरे देश में नियमित अंतराल पर लगातार चलाया जाना आवश्यक है।
उक्त बातें प्रो. (डॉ.) स्वयंभू शलभ ने बीते मंगलवार को दूरदर्शन बिहार के 'बिहार बिहान' कार्यक्रम में कही। डॉ. शलभ बिहार विधान सभा चुनाव 2020 में स्वीप आइकॉन रहे। इस एक घण्टे के लाइव कार्यक्रम में डॉ. शलभ के साथ पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उनके कार्य, सरिसवा नदी प्रदूषण मुक्ति अभियान और भारत की सांस्कृतिक यात्रा पर आधारित उनकी छठी किताब 'संस्कृति के सोपान' समेत विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई।
भारत नेपाल सीमा से गुजरने वाली सरिसवा नदी के प्रदूषण मामले में पूछे गए सवाल के जवाब में डॉ. शलभ ने कहा कि केंद्रीय जल आयोग और राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन द्वारा रक्सौल में ईटीपी और एसटीपी लगाए जाने का अनुमोदन किया जा चुका है। पीएचईडी ने भी नदी के पानी की अद्यतन वाटर एनालिसिस रिपोर्ट सौंप दी है। लॉकडाउन के दौरान नदी की हालत में सुधार नजर आया था पर उद्योगों के चालू होने के बाद नदी की हालत जस की तस हो गई है। अब जरूरी है कि इस प्रस्तावित योजना का कार्यान्वयन शीघ्र किया जाय। गंगा को स्वच्छ बनाने के लिए इस स्रोत का शुद्ध होना जरूरी है।
इस कार्यक्रम में बेटियों को समाज में आगे बढ़ाने को लेकर डॉ. शलभ द्वारा किये गए प्रयासों पर भी चर्चा हुई जिनके बदौलत अनेक बेटियां उच्च शिक्षा हासिल करने में सफल हुईं हैं और आज ऊँचे मुकाम पर पहुंचकर अपने परिवार और समाज का नाम रौशन कर रही हैं।
कार्यक्रम अधिशासी मनोज प्रभाकर के निर्देशन में एंकर शादमा हसन एवं प्रिया श्री ने संयुक्त रूप से इस कार्यक्रम को प्रस्तुत किया।
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