श्याम चन्द्र यादव
खेतासराय, जौनपुर। रविवार की देर रात नगर का दो दिवसीय ईद मिलादुन्नबी का पहला जलसा सम्पन्न हुआ। जलसे में शायरों ने नातिया कलाम पेश किया तथा आलिमों ने तकरीरें पेश की। इस अवसर पर नगर के जामा मस्जिद समेत आधा दर्जन मस्जिदों की सजावट की गई थी।
जलसे का प्रारम्भ कारी मेराज साहिब के कुरआन के पाठ द्वारा किया गया। जलसे को सम्बोधित करते हुए मौलाना खालिद मिस्बाही ने कहा कि हमे पैगम्बर मोहम्मद साहिब के उच्च आदर्शों और व्यवहार से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। मौलाना मिस्बाही ने कहा कि इस्लाम आंतकवाद का विरोधी है। पैगंबर साहिब ने हमे हमेशा अमन और शांति का पैगाम दिया है। मौलाना हामिद रज़ा ने मीलाद का इतिहास बताते हुए इसे रसूल सहाबा और बुजुर्गों की परम्परा बताया। मौलाना ने मीलाद मनाने के बेशुमार फायदे बताए।
इस मौके पर कारी इमरान, कारी फ़ैज़ आलम, मोहम्मद मुबारक हुसैन, शाह आलम, फ़ैज़ आलम, अब्दुर रब ने अपनी मधुर आवाज में नातिया कलाम पेश किया। जलसे की सदारत कारी जलालुद्दीन बरकाती ने तथा संचालन हाफिज ज़ुबैर ने किया। कार्यक्रम संयोजक सैयद ताहिर ने सभी का आभार जताया।
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