नया सबेरा नेटवर्क
गाजीपुर। शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी विरोधी इस सरकार ने जहां एक ओर वित्तविहीन शिक्षक साथियों को पूर्ववर्ती सरकार द्वारा दिए जा रहे नाममात्र के मानदेय को बंद कर दिया था वहीं ताजा घटनाक्रम में एक सोची समझी साजिश के तहत बीसों साल से काम कर रहे तदर्थ शिक्षकों को भी बाहर करने का पूरा उपाय कर लिया है। वहीं दूसरी ओर सरकार के खिलाफ़ संघर्ष का दावा करने वाले लोग सरकार एवं सत्ताधारी दल की गोद में बैठकर चुनाव लड़ते हुए शिक्षक हितों के लिए उपवास का नाटक कर रहे हैं।
यह बातें कहते हुए मा.शि. संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं वाराणसी खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से प्रत्याशी रमेश सिंह ने गाजीपुर जनपद के विभिन्न विद्यालयों मोती लाल नेहरू इन्टर कालेज बासूपुर, हनुमान सिंह इन्टर कालेज देवकली, सुभाष इन्टर कालेज फतेउल्लाहपुर, इन्टर कालेज सुहवल, नेहरू विद्यापीठ इन्टर कालेज रेवतीपुर, नवली इन्टर कालेज नवली, बारा इन्टर कालेज बारा व गहमर इन्टर कालेज गहमर का दौरा किया।
इस दौरान इन विद्यालयों में शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए रमेश सिंह ने कहा कि साथियों आज माध्यमिक शिक्षकों के समक्ष अस्तित्व का ही संकट पैदा हो गया है और इस संकट से हम शिक्षक साथियों को ही आगे आकर पार पाना है। तथाकथित माननीयों से आशा करना ही व्यर्थ है। जब दशकों से सदन में रहते हुए हमारी उपलब्धियों की रक्षा नहीं कर सके तो अब तो वे बेचारे खुद सड़क पर हैं और वे अब आप के लिए सरकार से संघर्ष करें या खुद चुनावी नैया पार कराने के लिए सरकार और सत्ताधारी दल की गणेश परिक्रमा करें इसलिए संघर्ष की इस बेला में 'कर बंहिया बल आपनो- छोड़ परायी आस' को चरितार्थ करते हुए आगे आएं और अपने बीच से ही किसी कार्यरत और जुझारू शिक्षक नेता को अपने संघर्षों की अगुवाई करने के लिए अपने वोटों के माध्यम से सदन में भेजने का काम करें जिससे कि सदन से लेकर सड़क तक सरकार के खिलाफ निर्णायक संघर्ष किया जा सके लेकिन ध्यान रहे कि हमें सरकार और सत्ताधारी दल की गणेश परिक्रमा करने वालों के झांसे में हरगिज़ नहीं आना है। जनपद भ्रमण अभियान में जिला उपाध्यक्ष गण समर बहादुर सिंह एवं दयाशंकर यादव साथ रहे।
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