हिम्मत बहादुर सिंह
जौनपुर। मल्हनी विधानसभा के उपचुनाव के लिए मंगलवार को मतदान शांतिपूर्ण ढंग से चला लगभग चार बजे तक 42.30 प्रतिशत तक मतदान हुआ।
उधर जिला निर्वाचन अधिकारी/ जिलाधिकारी डीके सिंह एवं पुलिस अधीक्षक राजकरन नैय्यर अपने काफिलों के साथ मतदान केंद्रों का भ्रमण करते नजर आये।
कई मतदान केंद्रों पर ईवीएम मशीन भी दगा दे गयी, हालांकि मतदान का काम प्रभावित न हो इसके मद्देनजर आननफानन में दूसरी ईवीएम को लगाया गया।
शिवापार मतदान केंद्र पर ईवीएम में गड़बड़ी आने के कारण काफी देर से मतदान शुरू हुआ। शाम छह बजे तक मतदान करने की व्यवस्था की गयी है। हालांकि छह बजे जो भी मतदाता कतार में खड़े हो जाएंगे तो उन्हें किसी भी हालत में मताधिकार का प्रयोग करने दिया जाएगा।
जिला प्रशासन की निगाहें संवेदनशील मतदान केंद्रों पर अधिक रहीं और वहां पर काफी संख्या में सुरक्षा व्यवस्था की गयी थी।
इसके अलावा एडीएम एवं अन्य अधिकारी भी काफिले के साथ पूरे मल्हनी विधानसभा उपचुनाव में मतदान केंद्रों का निरीक्षण करते नजर आये।
अफवाहों का भी बाजार गर्म रहा। अफवाहों के चलते माहौल खराब न होने पाये इसके मद्देनजर कई खबरों का जिला प्रशासन ने स्वयं खण्डन किया, उधर मल्हनी उपचुनाव में निर्दल प्रत्याशी धनंजय सिंह, सपा प्रत्याशी लकी यादव, भाजपा व कांग्रेस प्रत्याशी भी बूथों पर जाकर मतदान व्यवस्था का नजारा देखते नजर आये।
पूर्व सांसद धनंजय सिंह जिन जिन मतदान केंद्रों पर गये उनके पीछे जोनल मजिस्ट्रेट की गाड़ी जिला प्रशासन लगाये हुआ था और उनके पीछे पीछे हर केंद्रों पर जोनल मजिस्ट्रेट की टीम चलती नजर आयीं। हर मतदान केंद्रों पर जिला प्रशासन द्वारा वीडियोग्राफी भी करायी जा रही थी मतदान की सारी गतिविधियां वीडियो कैमरे में कैद हो रही थीं।
मल्हनी उपचुनाव को लेकर प्रदेश स्तर पर हलचल होने के कारण जिला प्रशासन ने शांति पूर्ण ढंग से चुनाव कराने के लिए पूरी ताकत झोंक दिया था। डीएम, एसपी स्वयं मतदान प्रक्रिया की निगरानी करने के लिए पूरे क्षेत्र में दिन भर चक्रमण करते रहे।
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो नेवादा मतदान केंद्र पर एक इंस्पेक्टर पूर्व सांसद धनंजय सिंह के एजेंट को धमकी दे रहा था कि एजेंटगिरी छोड़ दो नहीं तो चुनाव बाद गैंगस्टर भी लगाना पड़ सकता है।
कई केंद्रों पर गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर विपक्षी पयर्वेक्षक और कंट्रोल रूम को भी सूचना देते रहे।
सूचना मिलने पर कुछ केंद्रों पर पुलिस प्रशासन पहुंचकर मामले को शांत करता भी रहा लेकिन कुछ केंद्रों पर सूचना मिलने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। सत्ता पक्ष के आगे कई केंद्रों पर विपक्ष लाचार नजर आया।
कई स्थानों पर हल्की फुल्की झड़पें भी हुई लेकिन प्रशासन की मुस्तैदी के चलते किसी भी इलाके से कोई अप्रिय घटनाओं की खबर अभी तक नहीं मिली है।
Pic - Ravi Rajan Srivastava/ Ashish Srivastava
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