शिवशंकर दुबे
खुटहन, जौनपुर। बिशुनपुर ग्राम पंचायत के मलूकपुर गांव में गत रविवार की सुबह खेत की सिंचाई करने गए दलित दंपति के रहस्यमय ढंग से गायब हो जाने के 60 घंटे से अधिक बीत जाने के बाद भी उनका कोई सुराग नहीं मिल सका। पुलिस अज्ञात के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कर तलाश में जुटी हुई है। घटना की जानकारी होते ही पुलिस के द्वारा उनकी तलाश के लिए एनडीआरएफ की टीम भी बुला ली गई थी लेकिन नतीजा वही ढांक के तीन पात ही रहा। दंपति को जमीन निगल गई या आसमान खा गया। इसका जवाब किसी जिम्मेदार के पास नहीं है।बताते हैं कि गांव निवासी 58 वर्षीय रामचरित्तर गौतम अपनी 56 वर्षीय पत्नी किस्मत्ती देवी को साथ लिवाकर गत रविवार की सुबह घर से 400 मीटर दूर बंटाई पर ली गई जमीन में बोई फसल की सिंचाई करने गए थे। लगभग एक बिस्वा खेत सींचा भी गया है। वह दोनों शम तक घर नहीं पहुंचे तो स्वजन खोजबीन करते खेत में आ गए। वहां उनकी साइकिल, फावड़ा और चप्पल तो पड़ा मिला लेकिन दंपति लापता थे। उसी दिन देर रात घटना की सूचना पुलिस को दी गई। मामले में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज कर दंपति की तलाश शुरू कर दिया। घटना को 60 घंटे से अधिक बीत जाने के बाद भी दंपति का कोई सुराग नहीं मिल सका।
गायब दंपति को 6 पुत्रियां हैं जिसमें चार की शादी हो चुकी है। चौथे नंबर की पुत्री रिंका दिव्यांग है। वह गर्भवती भी है। इसके अलावा सरिता, शशिकला और कविता भी विवाहित हैं। पांचवीं संध्या 15 वर्ष तथा साक्षी 11 वर्ष अविवाहित हैं। माता-पिता के एक साथ लापता हो जाने से पुत्रियां परेशान हैं। गायब दंपति की माली हालत भी बहुत लचर है। उसके पास खेती के नाम पर पांच विश्वा ज़मीन व रहने के लिए दो कमरे का खपरैल का कच्चा मकान है। उसे सरकारी आवास भी नहीं मिला है। दंपति के एक साथ गायब हो जाने की सबसे अधिक पीड़ा दोनों अविवाहित पुत्रियों को है। उनके सामने दो जून की रोटी के साथ साथ वह किसके सहारे जीवन गुजारेगी। यह बड़ी समस्या आ गई है।
0 Comments