​किसानों की तरक्की से देश की प्रगति : गिरीश चन्द्र

4 दिवसीय विराट किसान मेला का समापन
जौनपुर। कृषि विभाग द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र बक्शा परिसर में कृषि सूचना तंत्र के सुदृढ़ीकरण एवं कृषक जागरूकता कार्यक्रम के तहत 4 दिवसीय विराट किसान मेला का आयोजन किया गया। शनिवार को चौथे दिन समापन समारोह में उप्र मीलेट्स पुनरोद्धार योजना के तहत मिलेट्स रेसिपी प्रतियोगिता एवं उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। समापन समारोह के मुख्य अतिथि राज्यमंत्री स्वतन्त्र प्रभार गिरीश चन्द्र यादव ने किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि कृषि हमारे देश की संस्कृति एवं किसान हमारे राष्ट्र की आत्मा है, आज भी देश की एक बहुत बड़ी आवादी कृषि एवं संबंधित क्षेत्रों पर निर्भर है, इसलिए देश के सम्पूर्ण विकास के लिए किसानों की आमदनी बढ़ाना जरूरी है, किसानों की समृद्धि के लिए सरकार कई योजनाएं संचालित कर रही है। किसानों को वैज्ञानिक तकनीकी से खेती करने के लिए किसान मेला गोष्ठी प्रदर्शनी लगाकर उन्हें जागरूक किया जा रहा है ताकि किसान कम लागत में अधिक लाभ ले सके।
उन्होंने कहा कि किसानों की उन्नति से ही देश की प्रगति सम्भव है। श्री अन्न मिलेट्स रेसिपी प्रतियोगिता एवं उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम पर कहा कि कभी गरीबों का अन्न कहा जाने वाला मीलेट्स आज उसकी उपयोगिता एवं गुणों से आहार विशेषज्ञ एवं वैज्ञानिक इतने प्रभावित है कि अब इन्हें सुपर फुड्स की संज्ञा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों की सेहत के राज यही मोटे अनाज हुआ करते थे लेकिन हरित क्रांति के बाद बाजारीकरण होने पर एक पहल धान, गेहूं पर केंद्रित हो गई लेकिन अब मिलेट्स के गुणों को देखते हुए सरकार इसे श्री अन्न योजना नाम दिया है। मोटे अनाज जो पोषण का खजाना है, उन्हें भोजन में पुनः सम्मलित करने के लिए उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
अध्यक्षता करते हुए डीएम डॉ. दिनेश चंद्र ने कहा कि कृषि की आधुनिक तकनीकीयों से खेती करके किसान अपनी समृद्धि कर सकते हैं, खेती को लाभकारी बनाने के लिए सरकार किसान सम्मान निधि, किसान क्रेडिट कार्ड, फसलबीमा, यंत्रीकरण आदि योजनाओं के माध्यम से आर्थिक सहयोग कर रही है। उन्होंने बताया कि किसान सम्मान निधि की अगली किस्त पाने के लिए किसान गोल्डेन कार्ड फार्मर रजिस्ट्री अनिवार्य कर दिया है। किसानों को एक यूनिक नम्बर दिया जा रहा है, जिसके माध्यम से कृषि विभाग की सभी योजनाओं का लाभ किसान प्राप्त कर कृषि का सतत विकास कर सकते है।
उन्होंने किसानों से अपील किया कि गांवों में शिविर लग रहे हैं वहां से अथवा अपने नजदीकी सीएससी से हर किसान अपना गोल्डेन कार्ड बनवा लें अन्यथा सम्मान निधि रुक जाएगी। उप कृषि निदेशक हिमांशु पांडेय ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए मीलेट्स पुनरुद्धार योजना पर विस्तार से जानकारी दिया। वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. सुरेश कन्नौजिया, डॉ. सुरेन्द्र प्रताप सोनकर, डॉ. राजीव सिंह, डॉ. रत्नाकर पांडेय द्वारा रबी फसलों की बेहतर उत्पादन वाली तकनीकियों एवं श्री अन्न के उत्पादन, मूल्य सम्बर्धन, विपणन की जानकारी दिया। संचालन उप परियोजना निदेशक आत्मा डा. रमेश चंद्र यादव ने किया। इसके पूर्व मुख्य अतिथि राज्यमंत्री एवं जिलाधिकारी ने फीता काटकर मिलेट्स रेसिपी प्रतियोगिता एवं उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम का उदघाटन किया। विभागीय एवं मीलेट्स रेसिपी प्रतियोगिता के लगे स्टालों का निरीक्षण कर किसानों से श्री अन्न के बारे में जानकारी लिया। रेसिपी प्रतियोगिता के प्रथम विजेता मानवी, अर्शिता, अल्का टीडी पीजी कालेज, द्वितीय विजेता श्वेता मौर्या, तृतीय विजेता एफपीओ की दुर्गा मौर्या, चतुर्थ स्थान के लिए सिमरन को मुख्य अतिथि द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

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