जफराबाद, जौनपुर। जनपद के वरिष्ठ पत्रकार एवं जफराबाद क्षेत्र के अहमदपुर गांव निवासी डॉ. राम सिंगार शुक्ल गदेला के यहां चल रही श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन कथा व्यास प्रभाकर जी महराज ने कहा कि मानव जाति के कल्याण के लिए पृथ्वी पर समय-समय पर विभिन्न रूपों में भगवान अवतरित होते रहते हैं और अपनी कलाओं से मानव जाति का उत्थान और उद्धार करते हैं। भगवान भक्त के वश में होते हैं जिसका जीता जागता उदाहरण है भक्त प्रहलाद जिसने भगवान की भक्ति किया और भक्त प्रहलाद के साथ विभिन्न प्रकार के अत्याचार हुए प्रताड़ित किए गए लेकिन एक बार भी उन्होंने ईश्वर स्मरण नहीं छोड़ा। अंत में बगैर बुलाए भगवान को नरसिंह रूप में अवतार लेना पड़ा और भक्त प्रहलाद को बचाया जबकि प्रह्लाद ने अपनी रक्षा के लिए भगवान से गुहार नहीं लगाई थी लेकिन भक्ति के आगे शक्ति कमजोर पड़ी और बगैर बुलाए भगवान को अपना रूप बदलकर प्रहलाद की रक्षा के लिए आना पड़ा। कथा व्यास ने मानव के मुक्ति का मार्ग बताते हुए कहा कि ईश्वर का स्मरण करते रहने से जहां मानव मोक्ष को प्राप्त करता है, वहीं वह कभी अपने पद से विचलित नहीं होता। प्रत्येक मानव में ईश्वर का वास होता है, इसीलिए कहा गया है कि ईश्वर अंश जीव अविनाशी हमारे अंदर ईश्वर का वास है। केवल हमें पहचान की जरूरत है। कथा व्यास ने कृष्ण जन्म का वर्णन करते हुए कहा कि ईश्वर मानव जाति के कल्याण और धर्म के रक्षा के लिए कभी भी किसी भी समय किसी भी रूप में जरूरत के अनुसार अवतरित हो जाते हैं। केवल मानव जाति के आंख पर पट्टी मोह माया की बंधी है जो ईश्वर को पहचान नहीं पाता, मोह और माया हमारे मार्ग में बाधा बनकर खड़ी हो जाती हैं जिससे हम ईश्वर तक नहीं पहुंच पाते हैं। जिसने मोह और माया का त्याग कर दिया, वह ईश्वर को पा लिया। यह सांसारिक सुखों की सामग्री यही रह जानी है। साथ नहीं जाएगी। अगर कुछ आपके साथ जाने वाला है तो वह है दया, दान और धर्म। इस अवसर पर डॉ. जीएस यादव, डॉ. गीता यादव, उत्तर प्रदेश ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. प्रदीप सिंह, पूर्व जिला पंचायत सदस्य सर्वेश सिंह, राकेश मिश्रा, नम्रता मिश्रा सहित तमाम लोग उपस्थित रहे। अन्त में प्रकाश चन्द्र शुक्ल ने समस्त उपस्थित जनों के प्रति आभार ज्ञापित किया।
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