पालन #JaunpurLive : आर-वैल्यू बढ़ी-कोरोना काउंटडाउन-3 शुरू? - कोरोना अपने आप नहीं आती, हम लेकर आते हैं - कोरोना प्रोटोकॉल कातात्कालिक जरूरी



तीसरी लहर को आने से कैसे रोका जाए, इस मंथन में हर नागरिक का जांबाज़ी से सहयोग की जरूरत - एड किशन भावनानी

गोंदिया - वैश्विक स्तर पर हर देश कोरोना की दूसरी लहर से पूरी तरह उबर भी नहीं पाया है, कि वैश्विक स्तर पर तीसरी लहर की सुबसुबाहट शुरू हो गई है...। साथियों बात अगर हम वर्तमान में वैश्विक स्तर पर आ रहे कोरोना बाधित आंकड़ों की करें तो अभी सबसे ज्यादा नए कोरोना केस ब्राजील, भारत, इंडोनेशिया, कोलंबिया, और ब्रिटेन में एक बार फिर से सामने आने लगे हैं...। साथियों डब्ल्यूएचओ के 5 से 11 जुलाई के बीच के आंकड़ों को देखें तो पूरी दुनिया में 30 लाख के लगभग नए कोरोना संक्रमण केस आए हैं जो पिछले हफ्ते से बहुत अधिक है...। साथियों बात अगर हम भारत की करें तो पिछले कई दिनों से हम टीवी चैनलों पर देख रहे हैं के पर्यटक स्थलों, कुछ धार्मिक स्थलों, कुछ शहरों में इस कदर भीड़ का माहौल दिखाई दे रहा है जैसा कि भारत में कोरोना मुक्त होने और प्रोटोकाल को पूरी तरह करें सस्पेंड कर दिया गया है। क्योंकि जिस तरह भीड़ दिख रही है वहां कोई प्रोटोकॉल का बिल्कुल ही पालन नहीं है। हालांकि इस तरह की हाल की तस्वीरों को देख पीएम को भी कहना पड़ा कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन बहुत सख्ती से करें और प्रभावित राज्य उन पर सख़्ती से ध्यान दें...। साथियों बात अगर हम कावड़ यात्रा की करें तो दिनांक 17 जुलाई 2021 को रात में यूपी सरकार और भारतीय अखाड़ा परिषद, कावड़ संघ ने आपसी बैठक कर प्रस्तावित आंशिक कावड़ यात्रा को कोरोना महामारी को देखते हुए रद्द करने की घोषणा देर रात कर दी। टीवी चैनलों पर बताया कि यूपी सरकार की अपील पर बैठक कर यह फैसला लिया गया जो तारीफे काबिल है और कोरोना की तीसरी वेव को रोकने के लिए एक सकारात्मक कदम है।क्योंकि कोरोना महामारी अपने आप नहीं आती हम उसे कोविड प्रोटोकॉल को तोड़कर आने का न्योता देते हैं हालांकि इसके पूर्व सुप्रीम कोर्ट ने भी सख्त रवैया अपनाकर यूपी को सोमवार दिनांक 19 जुलाई तक पुनर्विचार कर निर्णय देने के लिए कहा था,जो अभी इस सकारात्मक निर्णय को सुप्रीम कोर्ट के बेंच के सम्मुख रखा जाएगा।...साथिया बात अगर हम आर वैल्यू बढ़ने की करें तो आर-वैल्यू का मतलब एक संक्रमित व्यक्ति कितने लोगों को संक्रमित कर सकता है जो सबसे अधिक केरल का 1.10 है और अन्य राज्यों का 1.07,1.05,.92 इत्यादि है इस आर-वैल्यू को बढ़ने से सभी ने मिलकर और प्रोटोकॉल का पालन करके रोकना है। जबकि पर्यटक स्थलों पर नए एपीसेंटर बन रहे हैं...। साथिया बात अगर हम अन्य राज्यों की करें तो,कोरोनाके खतरे को देखते हुए उत्तराखंड सरकार कांवर यात्रा पहले ही रद्द कर चुकी है। हरियाणा, राजस्थान सरकार ने भी कांवर यात्रा पर रोक लगा दी है और हरिद्वार से गंगाजल लाकर हर जिले में पहुंचाने की सुविधा दी है। कावड़ यात्रा हिंदू समाज की आस्था का अहम हिस्सा है, लेकिन इस वक्त सबसे ज्यादा अहम है कोरोना वायरस से निपटना है, इसलिए जरूरी है कि ऐसा कोई भी मौका ना दिया जाए, जो कोरोना वायरस को ताकतवर बनाए और उसे तेजी से फैलाए...। साथियों बात अगर हम केरल की करें तो केरल सरकार ने अपने कोरोना दिशानिर्देशों में परिवर्तन कर 3 दिन लॉकडाउन में थोड़ी शिथिलता देकर समय रात्रि 8 बजे तक बढ़ा दिया है।हालांकि वर्तमान सबसे अधिक केस उसी राज्य से आ रहे हैं।गृह मंत्रालय ने भी कहा है कि 80 प्रतिशत केस के राज्यों में से आ रहे हैं...। साथियों बात अगर हम कोविड-19 से संक्रमित मरीजों में छय रोग(टीबी) की खबरों की करें तो स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा गया है कि, यह स्पष्ट किया जाता है कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने सभी कोविड-19 संक्रमित मरीजों के लिए क्षय रोग (टीबी) की जांच और पहचान किए गए सभी टीबी मरीजों के लिए कोविड-19 परीक्षण की सिफारिश की है। वहीं राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों से कहा गया है कि वे अगस्त 2021 तक बेहतर निगरानी और टीबी व कोविड-19 के मामलों का पता लगाने के प्रयासों में एकरूपता लाएं। इसके अलावा, मंत्रालय ने टीबी-कोविड और टीबी-आईएलआई एसएआरआई की द्वि-दिशात्मक जांच की जरूरत को दोहराने के लिए कई सलाह और मार्गदर्शन भी जारी किए हैं। राज्य/केंद्रशासित प्रदेश इन्हें लागू कर रहे हैं।...साथियों बात अगर हम डब्ल्यूएचओ की करें तो,भारत में कोरोना महामारी की तीसरी लहर दहलीज पर होने की बात कही जा रही है, लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक दुनिया में तीसरी लहर शुरू हो चुकी है। दुनिया कोरोना की तीसरी लहर के शुरुआती फेज में आ चुकी है और इसके पीछे एक बड़ी वजह 'डेल्टा वेरिएंट' है...। साथियों बात अगर हम अपनी करें तो यह जिम्मेदारी सिर्फ सरकार की नहीं है, जिम्मेदारी हमारी और आपकी भी है क्योंकि जब तक हम और आप अपने-अपने हिस्से की जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी के साथ नहीं निभाएंगे, कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं करेंगे, तब तक कोरोना की नई लहर के खतरे को नहीं टाला जा सकेगा। अगर लोग अभी भी नहीं संभले, तो ये भीड़भाड़ कब अस्पतालों में मरीजों के अंबार और श्मशान में चिता की लपटों में तब्दील हो जाएगी। पता भी नहीं लगेगा, हिंदुस्तान में कोरोना महामारी की तीसरी लहर दहलीज पर होने की बात कही जा रही है। लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक दुनिया में तीसरी लहर शुरू हो चुकी है। दुनिया कोरोना की तीसरी लहर के शुरुआती फेज में आ चुकी है और इसके पीछे एक बड़ी वजह है डेल्टा वेरिएंट, जो अब तक 111 देशों में फैल चुका है और कहर बरपा रहा है। अतः उपरोक्त पूरे विवरण का अगर हम अध्ययन कर उसका विश्लेषण करें तो हम इस निर्णय पर पहुंचेंगे कि भारत में आर-वैल्यू बड़ी है क्या यह कोरोना काउंट डाउन 3 शुरू के संकेत हैं?? कोरोना अपने आप नहीं आती हम लेकर आते हैं कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना बहुत जरूरी है तीसरी लहर आने से कैसे रोका जाए इस मंथन में हर नागरिक को जहां बाजी से सहयोग देने की जरूरत है।

 


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