दिमाग ठंडा, दिल में रहम, जुबा नरम हो, आंखों में शर्म हो, तो सब कुछ तुम्हारा है | #NayaSaberaNetwork

दिमाग ठंडा, दिल में रहम, जुबा नरम हो, आंखों में शर्म हो, तो सब कुछ तुम्हारा है | #NayaSaberaNetwork


नया सबेरा नेटवर्क
भारत माता की मिट्टी में मानवीय संस्कारों का भंडार - आपातकाल में इन संस्कारों का तात्कालिक उपयोग जरूरी - एड किशन भावनानी
गोंदिया - विश्व में अगर माननीय संस्कारों, मानवीय मूल्यों, परोपकार, धार्मिक आस्था, करुणा  दया, दिल में रहम, जुबान नरम इत्यादि अनेक शब्दों से हम मानवीय संस्कारों की व्याख्या कर सकते हैं जो भारत की मिट्टी में कूट-कूट कर भरी है। साथियों, मेरा ऐसा मानना है कि भारत में जन्में व्यक्ति के अंदर दया दृष्टि, परोपकार, धार्मिक आस्था, सामाजिक सहयोग, इत्यादि अनेक गुण जरूर भरे होंगे। हालांकि इसके विपरीत बहुत कम प्रतिशत ऐसे लोग मिलेंगे। परंतु मैं विश्वास से कह सकता हूं कि उनमें भी बेसिक गुण आंतरिक रुप में रग रग में समाए हैं। बस जरूरत है उनका उपयोग करने की।भारत में जन्मे मानव की अंतरात्मा कहीं ना कहीं, कभी ना कभी, भारतीय संस्कारों के मूल्यों को लेकरजागृत जरूर है या एहसास जरूर दिलाती है। उन विपरीत लोगों के दिल में कहीं ना कहीं कभी ना कभी जरूर आएगा कि हम गलत थे। बस यही प्रमाण मिल जाता है कि भारतीय मिट्टी में ही मानवीय संस्कारों की जड़ कूट-कूट कर भरी है। इसका जीता जागता उदाहरण वर्तमान भारतीय संकटकालीन स्थिति कोरोना महामारी की दूसरी लहर की पीक स्थिति में हमें देखने को भी मिल रहा है कि किस तरह अनेक सामाजिक संस्थाएं, पड़ोसी, अनजान शख्स, इस संकटकालीन स्थिति में एक दूसरे का साथ देकर मानवता का परिचय दे रहे हैं। इस आपातकाल के समय में हर भारतीय नागरिक का यह कर्तव्य हो गया है कि दिमाग ठंडा, दिल में रहम, जुबा नरम, आंखों में शर्म, जैसे मानवीय मूल्यों को सजगता, संयमता, सुदृढ़ता, सक्रियता, संकल्प के रूप में, सकारात्मकता के साथ, एक अनिवार्य कड़ी के रूप में अपनाएं। हमारे पास इस आपातकाल में भी अवसर है कि इन अनमोल मानवीय मूल्यों को अपने ऊपर हावी करें ताकि हमें भविष्य में इन मानवीय मूल्यों का लाभ मिले। हालांकि आज पूरे भारत पर यह संकटकालीन, आपातकाल आया है कोरोना महामारी के रूप में, लेकिन भविष्य में अगर किसी के ऊपर कोई निजी रूप से भी इस तरह के संकट की घड़ी आती है तो इन उपरोक्त मानवीय मूल्यों, संस्कारों, मंत्रों, के बल पर अपने निजी या व्यक्तिगत विपरीत परिस्थिति से जंग भी जीत सकते हैं।... बात अगर हम दिमाग ठंडा, रखने की करें तो सारी विपरीत परिस्थितियों विपत्तियों, आपातकाल, परेशानियों  से जंग जीतने का यह कारगर और सटीक मंत्र है। दूसरे शब्दों में गुस्सा विपरीत परिस्थितियों का यह, खाद, पानी है। स्वाभाविक रूप से ऐसी मुश्किलों में मानव को गुस्सा आता ही है और अपना आपा खो बैठता है जो उसके इस मंत्र से हारने का कारण बनता है। मेरा मानना है कि हर अपराध का बेसिक कारण गुस्सा है जिसमें मनुष्य अपने आपे से बाहर होकर कुछ कर बैठता है फिर पछतावा होता है।... बात अगर हम दिल में रहम, की करें तो यह मंत्र भारतीय मिट्टी ने ही हमको दिया है। दूसरों की विपत्तियां, परेशानियां देख कर हमारे मन में मानवता जगती है, जिसमें उन विपत्तियों में घिरे लोगों की सहायता करने का भाव उत्पन्न होता है, जो हम अभी कोरोना काल में देख रहे हैं कि आज हर भारतीय एक दूसरे की सहायता करने उमड़ पड़े हैं कोई औपचारिक रूप से, तो कोई अनऔपचारिक रूप से याने छिपे रूप से सहायता कर रहे हैं। अतः हर मानव के दिल में रहम काभाव पालना नितांत आवश्यक व जरूरी है।....बात अगर हम जुबा नरम, होने की करें तो यह मंत्र भी भारतीय मिट्टी से ही उत्पन्न संस्कारों से मिलता है मुंह से अल्फाज हमेशा मीठे निकालें, कटु अल्फाज हमेशा कटुता और दुश्मनी को बढ़ाने का काम करते हैं। जो कम से कम भारतीय तो कभी नहीं चाहेंगे। हमेशा मुंह से शब्द नापतोल के और सकारात्मक औचित्य में निकलना चाहिए। यह संबंधों को प्रगाढ़य और मधुर करने में अहम रोल अदा करता है। यह संस्कारों रूपी अस्त्र विश्व प्रसिद्ध है कि भारत  की वार्ता, संबोधन शैली, संप्रेषण शैली, हमेशा सकारात्मक और अर्थपूर्ण होती है। अतः हर भारतीय नागरिक को इस मंत्र को आपातकालीन अवस्था में अपनाना अनिवार्य है। जिसमें भविष्य की सुरक्षा का बोध है।....बात अगर हम आंखों में शर्म की करें तो हम बड़े बुजुर्गों से सुनते आ रहे हैं कि गलत आदमी कभी भी आंख मिला कर बात नहीं कर सकता। सच्चाई पर चलने वाले ही सच्चे देशभक्त और पारदर्शिता पूर्ण व्यक्ति होते हैं। आज हम कोरोना आपातकाल में देख रहे हैं कि मानव के प्राणों की रक्षा करने वाले महत्वपूर्ण मेडिकल संसाधनों, ऑक्सीजन, रेमीडेसिविर इंजेक्शन, दवाइयां, वेंटीलेटर, कंसंट्रेटर इत्यादि संसाधनों की कालाबाजारी गैंग, महामारी के खलनायक, काम कर रहे हैं क्या वे किसी से आंखों में आंखें डाल कर बात कर सकते हैं ? जो दूसरे मनुष्य के प्राण की कीमत पर नाजायज धन उगाने का काम कर रहे हैं। उनकी आंखों में भी शर्म कभी नहीं हो सकता। अतः यह जरूरी है कि हम ऐसा कोई अस्वस्थ, गैरमानवतापूर्ण और दूसरों को दुख पहुंचाने वाला कार्य कभी नहीं करें, पर हमें अपनी आंखों में सच्चाई, ईमानदारी,नैतिकता, के गुणों और शर्म को के मंत्र को भी अनिवार्य रुप से अपनाना है। अतः उपरोक्त सभी चारों मंत्रों की चर्चा का अगर हम विश्लेषण करें तो हम देखेंगे कि वर्तमान दूसरी लहर की पीक स्तर पर महामारी, ब्लैक फंगस, ताऊट चक्रवर्ती तूफान का हमला, लॉकडाउन, वैक्सीन पर टकराव, रेमदेसीविर, ऑक्सीजन पर टकराव, इत्यादि अनेक समस्याओं से हमारा भारत और हम नागरिक जूझ रहे हैं। हालांकि यह समस्या अब धीरे-धीरे कम होती जा रही है परंतु इस आपातकाल की घड़ी में हम सब भारतीय नागरिकों का कर्तव्य है कि उपरोक्त चारों मंत्रों का स्वतः संज्ञान लेकर पालन करें। क्योंकि यह चारों मंत्र हमारे ऊपर ही निर्भर हैं कि हम उसका पालन करें या नहीं और इनका पालन करने में हम सब का भला होगा। 
मन के हारे हार है मन के जीते जीत। 
मुश्किलें तुम्हारे दिन हैं तुम इतरा लो।। 
हम भी भारतीय हैं यह सोच लो। 
जंग हम ही जीतेंगे परिणाम तुम देख लो।।
-संकलनकर्ता लेखक- कर विशेषज्ञ एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र


*Ad : स्नेहा सुपर स्पेशियलिटी हास्पिटल (यश हास्पिटल एण्ड ट्रामा सेन्टर) | डा. अवनीश कुमार सिंह M.B.B.S., (MLNMC, Prayagraj) M.S. (Ortho) GSVM, M.C, Kanpur, FUR (AIMS New Delhi), Ex-SR SGPGI, Lucknow, हड्डी एवं जोड़ रोग विशेषज्ञ | इमरजेंसी सुविधाएं 24 घण्टे | मुक्तेश्वर प्रसाद बालिका इण्टर कालेज के सामने, टी.डी. कालेज रोड, हुसेनाबाद-जौनपुर*
Ad

*Admission Open : Anju Gill Academy Senior Secondary International School Jaunpur | Katghara, Sadar, Jaunpur | Contact : 7705012955, 7705012959*
Ad

*Ad : ADMISSION OPEN : PRASAD INTERNATIONAL SCHOOL JAUNPUR [Senior Secondary] [An Ideal school with International Standard Spread in 10 Acres Land] the Session 2021-22 for LKG to Class IX Courses offered in XI (Maths, Science & Commerce) School Timing-8.30 am. to 3.00 pm. For XI, XII :8.30 am. to 2.00 pm. [No Admission Fees for session 2021-22] PunchHatia, Sadar, Jaunpur, Uttar Pradesh www.pisjaunpur.com, international_prasad@rediffmail.com Mob : 9721457562, 6386316375, 7705803386 Ad*
AD



from NayaSabera.com

Post a Comment

0 Comments