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यह विचार "अंतर्राष्ट्रीय संस्था काव्यसृजन महिला मंच " के स्थापना दिवस पर बरेली उ.प्र.से पधारे मुख्य अतिथि वरिष्ठकवि आदरणीय श्री ऋषि कुमार जी के सम्मान में आयोजित विशेष काव्य संध्या में पं शिव प्रकाश जौनपुरी जी ने व्यक्त किये। उन्होंने कहा जैसे संत निरपेक्ष, सत्य,निर्मल व निर्मेय होता है उसी प्रकार साहित्यकार भी होता है,दोनो समाज को, मानव को सही दिशा देते हैं।
आदरणीय हौंसिला प्रसाद अन्वेषी जी की अध्यक्षता एवम वरिष्ठ कवि एन बी सिंह नादान जी के संचालन व मुख्य अतिथि श्री ऋषि कुमार जी की गरिमामय उपस्थिति में एक उत्कृष्ट काव्यगोष्ठी का आयोजन हुआ, जिसके समापन में महिला मंच महाराष्ट्र इकाई की अध्यक्षा सौ.इंदू भोलानाथ मिश्रा ने सभी का आभार व धन्यवाद ज्ञापित कर अभिनन्दन किया।
इस विशिष्ट आयोजन की शुरुआत सर्व प्रथम मुख्य अतिथि, अध्यक्ष जी,संचालक, आयोजक आदि के द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण- दीप प्रज्ज्वलन - पूजन - अर्चन व सौ.इंदू मिश्रा जी द्वारा माँ की वन्दना से हुई।
देवश्रृष्टी - वन,एफ विंग -102 नम्बर के हाल में सजी काव्य वाटिका में अपने गीत - गजल - फगुवा -होली गीत - श्रृंगार - भक्ति -वीर -विरह - संदेशात्मक कविता के रंग बिखेरे सर्व श्री - अरुण दूबे, रामकुमार वर्मा, अवधेश विश्वकर्मा "नमन", हरीश शर्मा" यमदूत ", सौरव दत्ता "जयंत" रीतेश गौड़, तरुण " तन्हा " श्रीराम शर्मा,पं. शिवप्रकाश जौनपुरी,डॉ श्रीहरि वाणी, लक्ष्मीशंकर "शब्दसाधक", ऋषि कुमार, दिनेश वैसवारी, रजनीश प्रजापति हौंसिला प्रसाद "अन्वेषी" एन.बी.सिंह "नादान", सौ.इंदू मिश्रा, सुमन तिवारी, सुधा देवी व कु.कृष्णा तिवारी आदि ने.. खास बात यह रही की इस पूरे आयोजन को आदरणीय श्रीधर मिश्र जी ने विडियों कान्फ्रेंसिंग के द्वारा देखा और सुना,साथ में सबका उत्साह भी बढ़ाया।
अपने उद्वोधन में आयोजन के अध्यक्ष हौंसिला प्रसाद अन्वेषी जी ने साहित्य की बारीकियों को उधृत करते हुए सभी कवि- कवयित्रियों की रचनाओं पर संक्षिप्त प्रकाश डाला और सभी को साधुवाद देते हुए महिला मंच की साहित्यिक पहल की सराहना की।
इन्दु मिश्रा व सुमन तिवारी को विशेष रूप से साधुवाद दिया।
मुख्य अतिथि ऋषि कुमार जी ने भी इस पहल का मुक्त कंठ से स्वागत करते हुए महिला मंच के इस अद्भुत आयोजन की सराहना कर स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई व शुभकामना दी।
डॉ श्रीहरि वाणी जी ने कहा कि हिंदी को उच्चतम शिखर पर ले जाने के लिए ऐसे छोटे - छोटे प्रयास सदैव होते रहना चाहिए, जिसे काव्यसृजन परिवार बहुत ही सलीके से कर रहा है।
काव्यसृजन महिला मंच ने बरेली से पधारे आयोजन के मुख्य अतिथि आदरणीय ऋषि कुमार जी का शाल - पुष्पगुच्छ - हार - सम्मान पत्र आदि प्रदान कर स्वागत - सम्मान किया।
साथ में डॉ श्रीहरि वाणी जी ने "नित्य कर्म पूजा प्रकाश" पुस्तक भेंट की,श्रीराम शर्मा जी ने भी भागवत गीता भेंट कर सम्मान किया,तदोपरांत संस्था के संस्थापक पं . शिवप्रकाश जौनपुरी जी ने सफल आयोजन के समापन की घोषणा की।
डॉ श्रीहरि वाणी जी व इंदू मिश्रा जी ने सभी अतिथियों को सुन्दर जलपान कराया , इस प्रकार काव्य सृजन महिला मञ्च का स्थापना दिवस स्मर्णीय रूप से मनाया गया।
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