- प्रदेश सह समन्वयक डॉ. सीडी सिंह ने राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के मुख्य उदेश्य पर डाला प्रकाश
नया सबेरा नेटवर्क
जौनपुर। नेहरू बालोद्यान इण्टर कालेज वन विहार रोड जौनपुर में राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस की जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन बुधवार को हुआ। इस मौके पर विषय विशेषज्ञ के रूप में बोलते हुए डॉ. सुधांशु सिन्हा प्रोफेसर शिक्षण प्रशिक्षण विभाग टीडीपीजी कालेज जौनपुर ने कहा कि यदि शिक्षक चाह ले तो हर बच्चे के अन्दर वैज्ञानिक सोच पैदा की जा सकती है, बच्चों के अन्दर बाल्यावस्था से वैज्ञानिक सोच पैदा करने के लिए राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांगेस मुख्य प्लेटफॉर्म है जो 10 से 17 वर्ष के बच्चों को यह मौका देता है कि वह अपने इर्द गीर्द की समस्या उठायें और वैज्ञानिक विधि से उसका निवारण करने के लिए प्रोजेक्ट बनाये और वैज्ञानिक विधि से उसका निवारण सोचें।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का जो मुख्य विषय है 'सतत् जीवन के लिए विज्ञान' इस पर प्रकाश डालते हुए इससे सम्बन्धित इसके चार उप विषयो पहला स्थायी जीवन के लिए पारिस्थितिकी तंत्र, दूसरा स्थायी जीवन यापन के लिए उपयुक्त प्रौद्योगिकी, तीसरा स्थायी रहने के लिए सामाजिक नवाचार और चौथा स्थायी जीवन के लिए डिजाइन विकास माडलिंग और योजना, पांचवां स्थायी जीवन यापन के लिए पारम्परिक ज्ञान प्रणाली पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। बताया कि इन विषयों से सम्बन्धित किसी भी समस्या को बच्चा उठा सकता है और वैज्ञानिक विधि से उसका समाधान खोजते हुए अपना प्रोजेक्ट बना सकता है।
उन्होंने कहा कि गाइड टीचर बच्चों को प्रोजेक्ट बनाने में उनकी पूरी मदद करें तथा उनकी उचित दिशा निर्देशन करें। (कोविड-19) की वजह से कार्यशाला वेबिनार के माध्यम से करायी गयी कुल पूरे जनपद से 62 विज्ञान शिक्षकों ने आनलाइन प्रशिक्षण प्राप्त किया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के प्रदेश सह समन्वयक डॉ. सीडी सिंह ने विषय स्थापना की तथा लोगों को यह बताया राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का मुख्य उदेश्य क्या है और इस पर बच्चों को कैसे कार्य कराया जाय।
कार्यक्रम के अन्त में राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस की जिला समन्वयक डा0 चन्द्रकला सिंह ने सभी लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया।
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