- पूर्व विधायक ने लगाया जिला प्रशासन पर आरोप
नया सबेरा नेटवर्क
जौनपुर। मल्हनी विधानसभा के उपचुनाव का प्रचार अभियान जब 24 घंटे रह गया और भाजप प्रत्याशी चौथे नम्बर के लिए लड़ता हुआ दिखा तो भाजपा ने पुलिस प्रशासन का खुलकर उसी तरह प्रयोग करना शुरू किया जिस तरह पूर्व में समाजवादी पार्टी ने किया था। इसके चलते मतदाता धनंजय सिंह से और तेजी से जुड़ रहा है लेकिन पुलिस प्रशासन पूर्व सांसद धनंजय के कार्यकर्ताओं को उलझाने में लगा है। यह जानकारी बसपा के पूर्व विधायक राजदेव सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी।
निर्वाचन संबंधी कार्यों में लगे राजेश कुमार सिंह ने बताया कि 30 अक्टूबर की आधी रात को धनंजय सिंह के मुख्य चुनाव अभिकर्ता एवं शिक्षक डॉ. समर बहादुर सिंह के जौनपुर शहर आवास पर पुलिस प्रशासन ने छापा मारा और दरवाजा पीटकर अपमानित किया, कारण और आधार पूछने पर अधिकारी बगल झांकने लगे किसी वारंट की मांग डॉ. सिंह ने की तो इसका भी कोई जवाब नहीं मिला। पुलिस प्रशासन ने कहा कि डीएम, एसपी के आदेश पर यह जांच चल रही है। वैसे भी आप चुनाव में धनंजय की तरफ से बढ़ चढ़कर हिस्सेदारी कर रहे हैं। 31 अक्टूबर की भोर में पुलिस प्रशासनिक काफिला डॉ. सिंह के सिकरारा स्थित टिकरी गांव पहुंचा वहां भी इसी तरह अफरातफरी का माहौल पैदा किया।
इसके बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारी कर्मचारियों का काफिला धनंजय के प्रतिनिधि ओम प्रकाश के टिकरी गांव स्थित आवास पर भोर में पहुंचा। भारी पुलिस बल को देख अफरातफरी मच गयी। ओमप्रकाश सिंह ने भी डॉ. समर बहादुर की तरह पूछा कि किस कारण से यह छापेमारी हो रही और केवल एक ही प्रत्याशी के समर्थकों और मतदाताओं को क्यों परेशान किया जा रहा है, इसक जवाब भी अफसर नहीं दे सके। इससे पहले धनंजय के समर्थक एवं कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष स्वा शेर बहादुर सिंह के सुपुत्र राजेश सिंह और पूर्व प्रमुख बख्शा महेन्द्र यादव पर भी सख्ती की गयी महेन्द्र की गाड़ी सीज कर दिया और राजेश को फर्जी मुकदमें में फंसाने की धमकी दी गयी। कह गया कि आप सभी शासन प्रशासन के साथ रहो अन्यथा जेल की हवा खानी पड़ेगी।
बसपा के पूर्व विधायक राजदेव सिंह ने कहा कि भाजपा का सपा के कदम ताल पर या फार्मूला आम जनता में विद्वेष पैदा कर रहा है अब पुलिस प्रशासन के जरिए भाजपा दलित और पिछड़ा मतदाताओं पर भी दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया है। इसे देखने वाले आम जन का यही कहना है कि ये अधिकारी हैं अथवा भाजपा के एजेन्ट।
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